MP Nagariy Nikay Chunav 2022: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नगरीय निकाय चुनाव (MP Urban Body Election 2022) के पहले चरण (First Phase Polling) के कम वोटिंग प्रतिशत (Low Voting Percentage) ने सूबे की सियासत (Politics) को गरमा रखा है. बीती छह जुलाई को पहले चरण का मतदान हुआ था. बीजेपी (BJP) हो या कांग्रेस (Congress) दोनों ने ही निर्वाचन आयोग के जिम्मेदार अधिकारियों को मतदान पर्ची न बांटने और ऐन मौके पर मतदान केंद्रों में बदलाव करने का दोषी ठहराया था. 


इस बीच जबलपुर के दिग्गज जनप्रतिनिधियों के वार्डो में भी कम मतदान के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. ये आंकड़े बतलाते हैं कि बीजेपी और कांग्रेस के कद्दावर नेता, जिनकी पकड़ आम जनता के बीच बेहद मजबूत मानी जाती है, वे भी अपने वार्ड में संतोषजनक मतदान नहीं करा पाए. ऐसे नेताओं के लिए कहा जा रहा है, 'नाम बड़े और दर्शन छोटे.'


कम वोटिंग को लेकर बीजेपी-कांग्रेस की ये है शिकायत 


नगर निकाय चुनाव की जंग अब अपने अंतिम चरण में हैं. बुधवार 13 जुलाई को दूसरे चरण का मतदान होना है, इसके मद्देनजर राजनीतिक दलों ने तो कमर कसी ही है, निर्वाचन आयोग भी इस बार मतदान पर्चियों के वितरण को लेकर अलर्ट हो गया है. इसके पीछे एक बड़ी वजह शिकायतों का अंबार भी है. राज्य निर्वाचन आयोग के समक्ष बीजेपी और कांग्रेस ने शिकायत कर मतदान पर्चियों का वितरण न हो पाने पर ठीकरा फोड़ा था. इसकी वजह से मतदान ढंग से नहीं हो सका.


पहले चरण में जबलपुर में कुल इतने फीसदी मतदान


इस बीच बीजेपी और कांग्रेस के बड़े चेहरों के वार्डों से मतदान का आंकड़ा भी चौंकाने वाला आया है. बात जबलपुर की करें तो शहर के 79 वार्डों के पार्षद और महापौर के लिए छह जुलाई को मतदान हुआ था. शहर में लगभग 60 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. जैसे-तैसे मतदान का समय खत्म होने लगा तो लोग घरों से निकले और वोट डाले, जिससे मतदान प्रतिशत इतना पहुंच गया, नहीं तो दोपहर तीन बजे तक की वोटिंग आंकड़ा 30 फीसदी के आसपास था.


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बड़ें चेहरों के वार्डों में इतने फीसदी हुआ मतदान


जबलपुर सांसद राकेश सिंह के सुभाष चंद्र बनर्जी वार्ड में मात्र 45.87 फीसदी मतदान हुआ. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के शहीद गुलाब सिंह वार्ड में 49.12 फीसदी मतदान हुआ. राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा के स्वामी दयानंद सरस्वती वार्ड में 54.96 फीसदी मतदान हुआ. राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि के डॉक्टर अंबेडकर वार्ड में 57.65 फीसदी मतदान हुआ.


कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री तरुण भनोट के पंडित बनारसीदास भनोट वार्ड में 57.16 फीसदी मतदान हुआ. कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के जवाहरगंज वार्ड में 58.81 फीसदी मतदान हुआ. बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी के सुभाष चंद्र बनर्जी वार्ड में 45.87 फीसदी मतदान हुआ. उत्तर मध्य क्षेत्र से कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना के पंडित जवाहरलाल नेहरु वार्ड में 40.64 फीसदी मतदान हुआ. 


कम मतदान को लेकर बीजेपी-कांग्रेस का एक सा राग


कम मतदान को लेकर बीजेपी और कांग्रेस एक सा राग अलाप रही हैं. कांग्रेस के महापौर पद के उम्मीदवार जगत बहादुर सिंह अन्नू के मुताबिक, निर्वाचन आयोग ने अपनी जिम्मेदारी ठीक ढंग से नहीं निभाई. मतदाताओं को जागरूक करने के लिए भी प्रयास नहीं किया गया.


बीजेपी प्रवक्ता जमा खान का कहना है कि मतदान पर्चियों के वितरण में निर्वाचन आयोग द्वारा की गई गड़बड़ी का ही नतीजा है कि मतदान का आंकड़ा इतना कम है. यह भी कहा जा रहा है कि कद्दावर चेहरों के जिम्मे पर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां होती हैं और कई तो स्टार प्रचारक भी होते हैं, यही वजह रही कि वे इतनी सक्रियता से अपने वार्ड में वोटिंग नहीं करवा पाए.


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