मानसून की विदाई से पहले मौसमी बीमारियां फिर से पैर पसार रही है. मध्य प्रदेश के इंदौर में इस समय डेंगू के 12 नए मरीज मिले हैं, वहीं अब तक स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक डेंगू का कुल आंकड़ा 223 को पार कर गया है. इनमें ज्यादातर वे मामले हैं जो शहरी क्षेत्र में मिले हैं. उधर दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग मानकर चल रहा है कि डेंगू के जो केस इस साल मिले हैं वह पिछले साल के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे.
इंदौर शहर में घातक वेक्टर जनित बीमारी डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. सोमवार को 12 और नए लोग डेंगू से पॉजिटिव पाए गए. इधर डेंगू में बढ़ोतरी को देखते हुए अधिकारियों को आशंका है कि अगले कुछ दिनों में डेंगू के केस पिछले साल के 243 के आंकड़े को आसानी से पार कर जाएगा.
इस मामले में पत्रकारों से बात करते हुए जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर दौलत पटेल ने कहा कि मौसम में उतार-चढ़ाव की वजह से डेंगू के केस बढ़ रहे हैं और आने वाले दिनों में इनकी संख्या में और इजाफा हो सकता है.
वहीं इसके अलावा डेंगू के सबसे ज्यादा मामले मुख्य तौर पर इंदौर के शहरी इलाकों में मिले हैं जो चिंता का विषय है. दरअसल इंदौर देश में स्वच्छता में नंबर एक है लेकिन उसके बावजूद भी डेंगू के केस लगातार बढ़ रहे हैं. शहर के ज्यादातर इलाकों में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा मरीज भंवरकुआं इलाके से मिले हैं यहां इनकी संख्या 20 से ज्यादा है. इसके अलावा खंडवा रोड के कुछ क्षेत्र और बाईपास के टाउनशिप में भी डेंगू के मरीज पाए गए हैं.
इधर डॉक्टर दौलत पटेल ने कहा कि शहर के 150 से ज्यादा अलग-अलग क्षेत्र में करीब 223 डेंगू के मामले मिले हैं. सोमवार को जो केस डेंगू के सामने आए उनमें 9 पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं. सोमवार को 12 मामले सामने आए थे. जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर दौलत पटेल ने कहा कि अब तक डेंगू से किसी की मौत की खबर नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि अभी किसी मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया और सभी मरीज घर से ही ठीक हो रहे हैं.वहीं शहर में डेंगू के कुल मामलों में पुरुष और महिला की बात करें तो इनमें करीब 141 पुरुष और 82 महिलाएं शामिल हैं वहीं अब तक 23 बच्चे डेंगू बीमारी की चपेट में आए हैं. जो लोग इस बीमारी की चपेट में आए उनकी उम्र दो महीने से लेकर 62 साल तक है.
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इन मामलों की संख्या बढ़ेगी और पिछले साल के आंकड़े यानी 243 को डेंगू के मरीज पर कर सकते हैं. वहीं 2021 की बात करें तो 2021 में इंदौर में डेंगू के 1200 मामले सामने आए थे जिला स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विभाग को वेक्टर जनित बीमारियों की पुष्टि के लिए सैंपल टेस्ट करना होते हैं जिनके लिए अब नई तकनीक की एलईडी माइक्रोस्कोप से मदद ली जाएगी.
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