Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में कमलनाथ (Kamal Nath) सरकार के टूटने की कई कहानियां है. ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ने वाले कद्दावर मंत्री गोविंद राजपूत आज सागर में कमलनाथ को दोषी ठहराते हुए दिग्विजय सिंह की पैरवी करते नजर आए. दरअसल, आज पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सागर का दौरा किया और कांग्रेसियों की प्रताड़ना को लेकर मंत्री  गोविंद राजपूत और भूपेंद्र सिंह पर आरोप भी लगाए. दिग्विजय सिंह के आरोपों का जवाब देते हुए  गोविंद राजपूत ने मीडिया से बाचचीत की.


दिग्विजय सिंह झुकने वाले वृक्ष- राजपूत
दरअसल, इस दौरान कमलनाथ और दिग्विजय सिंह में क्या अंतर है ये सवाल पुछे जाने पर गोविंद राजपूत ने कहा, "कमलनाथ एक वटवृक्ष की तरह है, जो झुकते नहीं है और आंधियों में टूट जाते हैं. दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह झुकने वाले वृक्ष हैं, जो आंधियों में टूटते नहीं हैं. दोनों में जमीन आसमान का अंतर है. कमलनाथ के अड़ियल स्वभाव के कारण सरकार चली गई. अगर दिग्विजय सिंह सीएम होते तो शायद सरकार नहीं गिरती. दिग्विजय सिंह समय के मुताबिक झुकने वाले नेता हैं. कमलनाथ का कांग्रेसियों और आम जनता से सीधा संपर्क नहीं रहता है. जबकि, दिग्वजिय सिंह अभी भी सक्रियता से मिलते हैं. आज भी कमलनाथ कांग्रेसियों से लेकर आमजनता तक से नहीं मिल पाते. वहीं दिग्विजय सिंह हमेशा सक्रिय नजर आते हैं." 


दिग्विजय सिंह को इन सीटों से चुनाव लड़ने की चुनौती दी
मंत्री गोविंद राजपूत ने दिग्विजय सिंह को साइबेरियन पक्षी बताया जो चुनाव आते ही सक्रिय हो जाते है. आगे उन्होंने कहा कांग्रेस अब बची नहीं है. ये सब मौसमी नेता हैं, जो चुनाव आते ही दौरा करने लगते हैं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलने लगते हैं. दरअसल, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सागर जिले के तीनो मंत्रियों गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और गोविंद राजपूत को जमकर घेरा था. इसको लेकर परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस में अब बची नहीं है. उन्होंने सागर जिले के मंत्रियों वाली तीनों सीटों रहली से दिग्विजय सिंह, खुरई से उनके भाई लक्ष्मण सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह को सुरखी सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती दी और कहा की नतीजा बीजेपी के पक्ष में रहेगा.


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