MP News: तमाम अभियान चलाने के बाद भी नाकामी लगी हाथ, मध्य प्रदेश में 10 लाख से ज्यादा बच्चे हैं कुपोषण के शिकार
मध्य प्रदेश में विधानसभा सत्र के दौरान कुपोषण को लेकर पुछे गये सवाल का लिखित जवाब देते हुए मंत्री भारत सिंह कुशवाहा ने बुधवार को बताया कि प्रदेश में आज भी 10 लाख से ज्यादा बच्चे कुपोषण के शिकार हैं.
MP Budget Session 2022: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा सत्र (assembly session) के दौरान कुपोषण (malnutrition) को लेकर पुछे गये सवाल का लिखित जवाब देते हुए मंत्री भारत सिंह कुशवाहा (Minister Bharat Singh Kushwaha) ने बुधवार को बताया कि प्रदेश में कुपोषण के खिलाफ लगातार अभियान (Campaign) चलाया जा रहा है. इसके बाद भी नतीजे बेहतर नहीं आ रहे है. प्रदेश में आज भी 10 लाख से ज्यादा बच्चे कुपोषण के शिकार हैं.
कुपोषण से निकालने के लिए चलाई जा रहीं है कई योजनाएं
मंत्री ने बताया कि शून्य से लेकर 5 वर्ष की उम्र के 65 लाख दो हजार से ज्यादा बच्चे हैं इनमें से 10 लाख से ज्यादा बच्चे कुपोषित हैं. इनमें से 2 लाख 64 हजार 609 ठिगनेपन और 13 लाख सात हजार 469 दुबलेपन के शिकार हैं. वहीं 6 लाख 30 हजार बच्चे कम वजन के है मंत्री कुशवाहा ने बताया कि प्रदेश में कुपोषण मिटाने के लिए मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन व अटल बिहारी बाल आरोग्य कार्यक्रम के तहत कुपोषित दूर करने के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. इसके तहत 2 साल में 6 लाख 31 हजार 55 गंभीर कुपोषित बच्चों का पंजीयन किया गया है. चैतन्य फाउंडेशन ने वर्ष 2018 से 2020 में कुपोषण के विरुद्ध अभियान चलाकर 1300 बच्चों का कुपोषण की श्रेणी से बाहर किया है.
विधानसभा के बजट सत्र की होनी थी कुल 13 बैठक
सत्र की 19 दिन निर्धारित अवधि में बैठकों की संख्या 13 थी. जिनमें से 8 बैठके हुई है. विधानसभा में बजट सत्र के दौरान 4518 सवाल पूछे गए है. जिनमें 12 स्थगन प्रस्ताव है. एक भी स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हुई है. 692 ध्यान आकर्षण सूचनाएं पुछी गई है. विधानसभा के बजट सत्र में 436 याचिकाओं की सूचना दी गई है. इनमें 5 शासकीय विधायक और 44 अशासकीय संकल्प है.
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