(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP: नई शिक्षा नीति में उलझी ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर की परीक्षाएं, नहीं हो पा रहा कोई फैसला, जानें क्या हैं चुनौतियां
MP Colleges UG Exams 2022: मध्य प्रदेश के कॉलेजों में ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयरकी परीक्षाओं को लेकर कोई फैसला नहीं हो पा रहा है. नई शिक्षा नीति ने बांधे विभाग के हाथ, जानें क्या हैं मुश्किलें.
MP Colleges UG First Year Exams 2022: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के तहत आने वाले कॉलेजों में स्नातक की वार्षिक परीक्षाएं (MP Colleges UG Exams 2022) अप्रैल से शुरू हो रही हैं. स्नातक दूसरे और तीसरे साल की वर्षिक परीक्षा के आयोजन में समस्या नहीं है लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2022) लागू होने के कारण ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर की परीक्षाएं उच्च शिक्षा विभाग (MP Higher Education Department) के लिए चुनौती बन गई हैं. अभी तक यही तय नहीं हो पाया है कि नए प्रावधानों के हिसाब से परीक्षा का मॉडल क्या अपनाया जाए.
पहले साल के लिए नहीं तय हो पा रहा शेड्यूल -
एमपी के कॉलेजों में बीकॉम, बीएससी, बीए द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं 1 अप्रैल से 25 मई तक चलेंगी. पहले साल की परीक्षाओं के लिए फिलहाल शेड्यूल तय नहीं हो पाया है. मौजूदा स्थिति देखकर लग रहा है कि परीक्षाएं जून-जुलाई तक करवाने की नौबत आ सकती है. दरअसल एनईपी 2020 के प्रावधानों के अनुसार छात्रों को जिन विषयों का चयन करवाया गया, उनके लिए परीक्षा का मॉडल तय होना है. जैसे प्रश्न-पत्र मूल्यांकन और परिणाम के बाद मेरिट लिस्ट बनाना वगैरह.
क्या कहना है अधिकारियों का -
इस बारे में धीरेंद्र शुक्ला ओएसडी अकादमी शाखा उच्च शिक्षा विभाग भोपाल ने बताया कि विभाग ने 1 अप्रैल से 25 मई के बीच परीक्षाएं करवाने का शेड्यूल तय किया है. विवि इसके हिसाब से टाइम टेबल बनाकर परीक्षाओं की शुरुआत करेगा. पहले स्नातक अंतिम वर्ष उसके बाद द्वितीय वर्ष और अंत में प्रथम वर्ष की परीक्षाएं होंगी. अभी स्नातक प्रथम वर्ष का शेड्यूल तय नहीं हुआ है क्योंकि नई शिक्षा नीति के साथ से एकरूपता रहे इसकी रणनीति पर काम हो रहा है.
बिना तैयारी अपना ली नई शिक्षा नीति -
उच्च शिक्षा विभाग ने प्रथम वर्ष से एनईपी 2020 को लागू किया है. विश्लेषकों का कहना है कि पूर्व तैयारी नहीं की गई और आपाधापी में छात्रों को व्यवसायिक कोर्स दिलवा दिए गए. बमुश्किल सिलेबस बना लेकिन उसके हिसाब से किताबें नहीं थी, उन विषयों को पढ़ाने वाले प्राध्यापक भी नहीं हैं. तय किया गया है कि मौजूदा प्राध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाए. यह काम राजधानी स्थित नरोन्हा प्रशासन अकादमी में अभी भी जारी है.
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