उज्जैन: करोड़ों के कर्ज में डूबा नगर निगम (Ujjain Municipal Corporation) अब आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel)भी बेचेगा. उज्जैन नगर निगम ने इंडियन आयल (Indian Oil) कंपनी के साथ मिलकर अपनी जमीन पर पंप खोल दिया है. यह पंप 1 माह में चालू हो जाएगा. इससे मिलने वाले कमीशन की राशि नगर निगम के खाते में जमा होगी.
उज्जैन नगर निगम पर कितने का कर्ज है
उज्जैन नगर निगम पर ₹75 करोड़ से ज्यादा का कर्ज है. इसके अलावा कई ठेकेदार की भी नगर निगम पर करोड़ों रुपए की राशि बकाया है. ऐसी स्थिति में उज्जैन नगर निगम लगातार आर्थिक बोझ कम करने के लिए राजस्व प्राप्ति के नए-नए प्रयोग कर रहा है. नगर निगम परिसर में कांप्लेक्स बनाए जा रहे हैं. व्यावसायिक कांप्लेक्स के अलावा नगर निगम ने अपनी आय को बढ़ाने के लिए पेट्रोल पंप भी लगा दिया है.
आगर रोड पर नगर निगम के मुख्य कार्यालय के समीप इंडियन ऑयल कंपनी का पेट्रोल पंप खोला जा रहा है. नगर निगम 1 माह के भीतर इस पेट्रोल पंप को शुरू कर देगा. पेट्रोल बम के संचालन को लेकर पॉलिसी बनाई जा रही है. निगम के अधिकारियों के मुताबिक पंप से मिलने वाले कमीशन की राशि नगर निगम को प्राप्त होगी. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि उज्जैन नगर निगम आय के स्रोत बढ़ाने के लिए पंप खोल रहा है. नगर निगम को इस पंप से मिलने वाले कमीशन की राशि लाखों में होगी. इसके अलावा शहर के लाखों लोगों को भी पेट्रोल पंप खोलने से सुविधा होगी.
एक लाख से ज्यादा का डीजल खरीदता है निगम
उज्जैन नगर निगम द्वारा प्रतिदिन एक लाख रुपये से अधिक का पेट्रोल और डीजल खरीदा जाता है. वर्तमान समय में यह दूसरे पंपों से खरीदा जा रहा है. नगर निगम का अपना खुद का पंप शुरू होने के बाद यह पेट्रोल और डीजल यहीं से खरीदा जाएगा. इससे नगर निगम को दोहरा लाभ मिलेगा. नगर निगम के अधिकारियों का यह भी कहना है कि निगम के पंप से इंधन की चोरी भी रुकेगी.
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