Pachmarhi News: सतपुड़ा की रानी (Satpura Hills) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की शान पचमढ़ी (Pachmarhi) में आजकल प्रसिद्ध नागद्वारी मेला (Nagdwari Fair) चल रहा है. सावन के महीने में यह 23 जुलाई से शुरू हुआ है और 3 अगस्त तक चलेगा. इस भव्य मेले का आयोजन प्रशासन की देखरेख में होता है. इस बार पिछले दिनों हुई भारी बारिश (Heavy Rain) के बाद भी लोगों में मेले को लेकर उत्साह में जरा भी कमी नहीं आई है. यह जोरदार मेला हर साल की तरह इस साल भी जोर-शोर से चल रहा है. 


आस्था और दिव्यता वाला मेला


देवाधिदेव महादेव की नगरी कहलाने वाली पचमढ़ी में हर साल यह मेला आस्था और दिव्यता लिए आता है. आस्था के इस समागम में नागद्वारी पहुंचकर नागराज के दर्शन को बाबा अमरनाथ के दर्शन के समान माना जाता है.ऐसा माना जाता है कि श्रावण मेले के दौरान नागद्वारी मंदिर में दर्शन करने से कालसर्प दोष दूर होता है और संतान की प्राप्ति होती है.


एसडीएम नितिन ताले ने बताया कि पचमढ़ी का यह वार्षिक मेला धार्मिक आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक है. मेला शुरू होने से पहले ही जिला कलेक्टर नीरज सिंह ने अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नागद्वारी मार्ग का निरीक्षण किया था. उन्होंने मेले की व्यवस्थाओं को लेकर स्थानीय एसडीएम और तहसीलदार को साफ निर्देश दिए थे. नागद्वारी मेले को सकुशल संपन्हन कराने के लिए प्रशासनिक अमला जुटा हुआ है.


नागद्वारी मेले में लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं. भक्तजनों के लिए मेले में भंडारे की मुफ्त व्यवस्था की गई है. मध्य प्रदेश के इस प्रमुख धार्मिक मेले में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों से श्रद्धालु आते हैं नागद्वारी स्थित नागराज और महादेव के दर्शन करते हैं.


कैसे पहुंच सकते हैं नागद्वारी 


पचमढ़ी से जलगली 7 किमी
जलगली से कालाझाड़ 3.5 किमी
कालाझाड़ से चित्रशाला 4 किमी
चित्रशाला से चिंतामन 01 किमी
चिंतामन से पश्चिम द्वार 01 किमी
पश्चिम द्वार से नागद्वारी 2.5 किमी
नागद्वारी से काजरी 2 किमी
काजरी से कालाझाड़ 4 किमी


प्रमुख शहरों से पचमढ़ी की दूरी


दिल्ली 913 किमी
मुंबई 864 किमी
छिंदबाड़ा 134 किमी
जबलपुर 244 किमी
भोपाल 195 किमी
इटारसी 195 किमी
नागपुर 258 किमी
पिपरिया 54 किमी


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