MP Local Body Elections: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) में पंचायत (Panchayat) और नगरीय निकाय चुनाव (Urban Body Elections) के चलते माफियाओं के खिलाफ (Campaign Against Mafia) अभियान ठंडा पड़ने की खबर है. हालांकि अधिकारी इसके लगातार जारी रहने की बात कर रहे हैं. अधिकारियों ने दावा किया है कि मध्य प्रदेश के इन चुनावों में माफियाओं के खिलाफ अभियान से फायदा मिलेगा.
सीनियर आईपीएस अधिकारी और उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि अभियान अब भी जारी है. माफिया अभियान के चलते अपराधियों में दहशत है. इसका फायदा चुनाव में भी होने वाला है. अधिकारियों की मानें तो अब भी माफिया अभियान चल रहा है लेकिन धरातल पर जरूर अभियान में कमी आई है. इसकी मुख्य वजह अधिकारियों का चुनाव तैयारियों व्यस्त होना भी है. संवेदनशील पोलिंग बूथों पर जहां असामाजिक तत्वों के सक्रिय रहने की खबरें आती थीं, वहां इस बार पूरी तरह शांतिपूर्ण चुनाव कराने के दावे किए जा रहे हैं.
माफियाओं के खिलाफ अभियान में कार्रवाई के दावे
बता दें कि मध्य प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ अभियान की शुरुआत कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने की थी. इसी अभियान को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी जारी रखा. माफिया अभियान का काफी असर पड़ा.
प्रदेश में माफिया अभियान के चलते लगभग 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा की सरकारी जमीन से कब्जे हटाए जाने के दावे किए गए हैं. 500 से ज्यादा गुंडों के मकान तोड़ने और अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होने की बात कही जा रही है. पुलिस की दावा है कि 5 करोड़ से ज्यादा की अवैध शराब जब्त की जा चुकी है. माफिया अभियान में गुंडों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, जिला बदर और प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी शामिल है. इस अभियान के दौरान मध्य प्रदेश में 10,000 से ज्यादा असामाजिक तत्वों पर प्रभावी कार्रवाई के दावे किए गए हैं.