रीवा: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) जिले के 8 गावों में हैजा (Cholera) फैल गया है. उलटी-दस्त की शिकायतों वाले मरीज अस्पतालों में भर्ती किए जा रहे हैं. पिछले दो हफ्ते में करीब 8 गांव हैजे की चपेट में आए हैं. इन गांवों में हैजे से 4 मौतों की खबर है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग (Health Department) केवल दो मौतें ही हैजे से हुई बता रहा है. विभाग हालात पर नजर बनाये हुए है. कुछ लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है और कुछ मरीज जिला अस्पताल लाए गए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात की गई है. यह टीम मरीजों पर नजर रखे हुए हैं. कई सालों बाद हैजे के मरीज सामने आए हैं, इसे लेकर स्वास्थ महकमा चौकन्ना है.


किस गांव में सबसे पहले फैला हैजा


रीवा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में हैजे का प्रकोप सामने आया है. जिले के सिरमौर क्षेत्र से इसकी शुरुआत हुई. सबसे पहले सिरमौर के माड़ौ गांव में उलटी दस्त की शिकायत से कुछ मरीज सामुदायिक स्वास्त्य केंद्र में भर्ती कराए गए. ये मरीज अब भी भर्ती हैं. इसके बाद आसपास के 8 अन्य गावों में हैजा फैलने की खबर है. 


हैजा फैलने की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. टीम प्रभावित गांवों से सैंपल ले रही है. स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर और नर्सों की तैनाती भी की है. ये लोग प्रभावित लोगों को आवश्यक दवाइया उपलब्ध करा रहे हैं. ब्लड और स्टूल सैंपलिंग भी कराई जा रही है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. 


स्वास्थ्य विभाग का क्या कहना है


सूत्रों के मुताबिक हैजे से अब तक 4 लोगों की मौत हुई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग केवल दो मौतों की पुष्टि कर रहा है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) एनएन मिश्रा ने बताया कि दो मौते हैजे के कारण हुई हैं. उन्होंने अन्य दो मौतों को प्राकृतिक मौत बताया. सीएमएचओ ने बताया कि हैजा फैलने की शुरुआत सिरमौर क्षेत्र से हुई. हैजे ने उसके आसपास के 8 गावों को अपनी चपेट में ले लिया है. उन्होंने कहा कि हम लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं और मरीजों के स्टूल और ब्लड सैंपल लिए जा रहे हैं. अभी तक 4 मौतें हुई है लेकिन दो मौतें नेचुरल थीं. 


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