Khandwa: ऑक्सीजन फ्लेमीटर ब्लास्ट होने से दर्दनाक हादसा, तीमारदार की आंख की में घुसा कांच, अस्पताल पर एक्शन
Khandwa: खंडवा जिला अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि वार्ड बॉय को ऑक्सीजन सिलेंडर खोलने और बंद करने के तरीकों की जानकारी नहीं थी. लापरवाही में बोतल फटने से हादसा हुआ.
Khandwa News: खंडवा जिला अस्पताल के टीबी वार्ड में ऑक्सीजन फ्लोमीटर फटने से हादसा हो गया. कांच की टुकड़ी उड़कर मरीज के परिजन की आंख में लगने से पुतली फट गई. घायल मरीज को अस्पताल के नेत्र वार्ड में भर्ती किया गया है. नेत्र वार्ड में डॉक्टरों ने मरीज से फाइल पर लिखवाया कि ऑपरेशन के दौरान आंख की रोशनी जा सकती है. इसकी जिम्मेदारी डॉक्टर-स्टॉफ की नहीं बल्कि मरीज और उसके परिजन की रहेगी.
दुर्घटना में घायल पदमकुंड निवासी मोइन शाह ने बताया कि खालवा निवासी मौसी का बेटा टीबी वार्ड में भर्ती था. रात 11 बजे फोन आया कि मौसी के बेटे को घबराहट हो रही है. उसे ऑक्सीजन की आवश्यकता थी, लेकिन ऑक्सीजन सही तरीके से मिल नहीं पा रही थी.
मौके पर मौजूद वार्ड बॉय को ऑक्सीजन सिलेंडर खोलने और बंद करने के तरीकों की जानकारी नहीं थी. वार्ड बॉय के सिलेंडर लाने पर मैंने सहायता की. वार्ड में मौजूद सिस्टर ने सिलेंडर का वॉल खोलने के लिए कहा. वार्ड बॉय ने वॉल ज्यादा खोल दिया. इससे सिलेंडर के ऊपर लगी बॉटल फट गई. कांच की टुकड़ी उड़कर मेरी आंख में घुस गई.
अस्पताल में मरीज के आंख की पुतली फटी
जांच करने वाले डॉक्टर ने बताया कि आंख की काली पुतली फट गई है. दो ऑपरेशन कराने के लिए इंदौर जाना पड़ेगा. ऑपरेशन के लिए 50 हजार रुपए का खर्च आएगा. मेरे पास इतने पैसे नहीं है कि मैं अपना ऑपरेशन करा सकूं. डॉक्टर ने कहा रोशनी आने की कोई गारंटी नहीं है. दूसरी आंख से भी सही से देखते नहीं बन रहा.
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— Shaikh Shakeel (@ShakeelABP) January 2, 2023
लापरवाही पर सिविल सर्जन ने किया बचाव
मामले में स्टाफ का बचाव सिविल सर्जन ने किया. सिविल सर्जन ने कहा कि स्टाफ ने बताया कि परिजन ने मीडियम से हाई फ्लो ऑक्सीजन के लिए दबाव बनाया. ऑक्सीजन का प्रेशर बढ़ाया तो सिलेंडर में लगा कांच का फ्लोमीटर फट गया. हादसे में मरीज के परिजन के साथ ही नर्सिंग स्टाफ भी घायल हुआ है. वार्ड में ड्यूटी देने वाली नर्स के गाल पर भी चोट के निशान आए हैं.
सिविल सर्जन डॉ. ओपी जुगतावत बताया कि वार्ड की नर्स के अनुसार परिजन मरीज को दी जा रही ऑक्सीजन के फ्लो को तेज कर रहे थे. इससे फ्लोमीटर के कांच की बॉटल फटने से परिजन और स्टाफ को चोट आई. मरीज को नेत्र विशेषज्ञ ने देखा है. उसकी आंख की सोनोग्राफी भी कराएंगे. मामले में दोषियों पर जांच के बाद कार्रवाई करेंगे.