MP News: भिंड में प्रदीप मिश्रा की कथा में उमड़ा आस्था का जन सैलाब, जेसीबी से बन रही सब्जी, सीमेंट-कंक्रीट में गुंथ रहा आटा
Bhind News: भिंड में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. इस कथा का आयोजन बाबा पुरुषोत्तम दास महाराज की पुण्य स्मृति में किया जा रहा है. कथा का शनिवार को आखिरी दिन है.
Pandit Pradeep Mishra Katha Bhind: मध्य प्रदेश में अब तक तो बुलडोजर का उपयोग अपराधियों के घर तोड़ने और नेताओं को माला पहनाने के लिए किया जा रहा था, लेकिन अब बुलडोजर का उपयोग सब्जी बनाने के लिए भी किया जा रहा है. यह सुनने में अटपटा और अजीब जरुर लग रहा है. दरअसल, भिंड में अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का आयोजन हो रहा है, कथा सुनने के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं को भोजन कराने के लिए बुलडोजर से सब्जी बनाई जा रही है, जबकि सीमेंट-कंक्रीट मिक्सर मशीन में आटा गूंथने का काम किया जा रहा है.
बता दें भिंड के प्रसिद्ध दंदरौआ धाम में सोमवार से सीहोर वाले अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का आयोजन चल रहा है. कथा सुनने के लिए प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आयोजकों द्वारा भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई है. आयोजन समिति द्वारा प्रतिदिन ढ़ाई लाख श्रद्धालुओं के हिसाब से भोजन प्रसादी बनाई जा रही है. इतनी बड़ी तादाद में भोजन प्रसादी बनाने के लिए 1000 हलवाई लगाए गए हैं. भंडारे में प्रतिदिन खीर, पूड़ी, बूंदी, सब्जी, मालपुआ तैयार किया जा रहा है. यहां सब्जी को घोलने के लिए जेसीबी मशीन का सहारा लिया जा रहा है, वहीं आटा गूंथने के लिए सीमेंट कंक्रीट मिक्सर मशीन का उपयोग किया जा रहा है. जबकि 40 भट्टियों पर भोजन पकाया जा रहा है.
कथा का आज आखिरी दिन
भिंड में 28 नवंबर से शुरू हुई पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का शनिवार (2 दिसंबर) को आखिरी दिन है. कथा के पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई थी. कथा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तीन विशाल पंडाल लगाए गए हैं. महिला और पुरुषों के बैठने की अलग-अलग व्यवस्था की गई है. यह कथा दंदरौआ धाम में गुरु महाराज महंत बाबा पुरुषोत्तम दास महाराज की पुण्य स्मृति में 27वें वार्षिक महोत्सव के आयोजन में आयोजित की जा रही है.
शिव की भक्ति नहीं जाती खाली
कथा के आयोजन कथा का श्रवण कराते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो व्यक्ति शिव की भक्ति करता है उसके बनने में कुछ देर जरूर लगता है लेकिन बनता जरूर है, शिव की भक्ति कभी खाली नहीं जाती है. व्यक्ति का भगवान पर भरोसा, समर्पण और विश्वास जितना पक्का होगा, भोलेनाथ उस व्यक्ति के दुख पूरी तरह दूर कर देते हैं. उन्होंने कहा कि सलाह और संयोग दो शब्द अलग-अलग हैं, लेकिन इन दोनों में बहुत बड़ा अंतर है, इसमें उतना ही अंतर है जितना जमीन और आसमान में अंतर है.
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