Madhya Pradesh News: केंद्र सरकार ने एक्साइज टैक्स कम करने और कमीशन नहीं बढ़ाने को लेकर मध्य प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप 2 घंटे की सांकेतिक हड़ताल पर चले गए. व्यापारियों ने स्पष्ट रूप से अल्टीमेटम दिया कि अगर उनकी मांग को भविष्य में भी पूरा नहीं किया गया तो यह आंदोलन और भी आगे बढ़ेगा. व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं. 


व्यापारियों को हुआ 200 करोड़ का नुकसान
उज्जैन पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि लोहिया ने बताया कि 4 नवंबर 2021 और 21 मई 2022 को सरकार ने एक साथ पेट्रोल और डीजल पर आठ के आसपास एक्साइज ड्यूटी कम करते हुए इंधन के दाम कम कर दिए, जिसकी वजह से मध्यप्रदेश के व्यापारियों को 200 करोड़ के आसपास नुकसान हुआ है, जबकि देशभर के व्यापारियों को दो हजार करोड़ के आसपास का नुकसान उठाना पड़ा है.


बंद रहे पेट्रोल पंप
उन्होंने कहा कि सरकार और पेट्रोल पंप कंपनियों के बीच पूर्व में यह आपसी सामंजस्य बातचीत हुई थी कि पेट्रोल और डीजल के दाम एक बार में एक रुपये प्रतिलीटर से ज्यादा नहीं बढ़ाए जाएंगे. केंद्र सरकार द्वारा अधिक दाम घटाए जाने की वजह से पेट्रोल पंप को रखे हुए स्टॉक में काफी नुकसान हो रहा है. इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए बुधवार शाम सात बजे से नौ बजे तक मध्य प्रदेश के सारे पेट्रोल पंप बंद रहे.


दिल्ली में बनाई जाएगी गुरूवार को रणनीति
पेट्रोल पंप एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को दिल्ली में ऑल इंडिया पेट्रोलियम एसोसिएशन की बैठक बुलाई गई है, जिसमें एक्साइज ड्यूटी एक साथ काम करने को लेकर व्यापारियों द्वारा आगे आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी. व्यापारियों का यह भी कहना है कि सरकार अगर डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ाए तो इस पर बढ़ने वाले मुनाफे को भी कम कर दे, मगर एक साथ इतनी बड़ी राशि को घटाने से छोटे व्यापारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा पिछले कई सालों से पंपों का कमीशन भी नहीं बढ़ाया गया है.


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