इन्दौर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार दोपहर बजे वेस्ट टू वेल्थ गोबर-धन योजना अंतर्गत इंदौर के देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में बायो सीएनजी प्लांट का वर्चुअल रूप से लोकार्पण करेंगे. इस प्लांट के शुभारंभ के मौके पर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित कई बड़े नेता रहेंगे मौजूद. बता दें कि देश के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में इंदौर शहर टॉप पर बरकरार है. वहीं अब इंदौर में कचरे से बायो सीएनजी बनाने का प्लांट स्थापित किया गया है. यह बायो सीएनजी प्लांट पी.पी.पी. मॉडल पर आधारित है. 


प्रधानमंत्री के अलावा बायो सीएनजी प्लांट के लोकार्पण पर यह बड़ी हस्तियां रहेंगी शामिल
इंदौर के इस बायो सीएनजी प्लांट के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री वर्चुअल रूप से उपस्थित रहेंगे. इसके अलावा 150 करोड़ रु की लागत से बने इस प्लांट के लोकार्पण पर मुख्यरूप से मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री आवासन एवं शहरी कार्य और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय श्री हरदीप सिंह पुरी, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, भारत सरकार राज्य मंत्री श्री कौशल किशोर, मध्यप्रदेश शासन राज्य मंत्री श्री ओ.पी.एस. भदौरिया, सांसद श्री शंकर लालवानी भी कार्यक्रम में शामिल होंगे.


साथ ही इस लोकार्पण कार्यक्रम में इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जयपाल सिंह चावड़ा दूसरे राज्यों के स्वच्छता मिशन के डायरेक्टर सहित सभी व्यापारिक, सामाजिक, धार्मिक, स्वयंसेवी और अन्य सामाजिक लोग भी इस कार्यक्रम मे उपस्थित होकर अपनी सहभागिता देंगे.







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बायो सी.एन.जी प्लांट इसलिए है विशेष
यह संयंत्र प्रधानमंत्री की वेस्ट-टू-वेल्थ की अवधारणा को साकार करने और स्वच्छता के क्षेत्र में नवाचार के उद्देश्य से स्थापित किया गया है. यहां प्रतिदिन 550 मीट्रिक टन गीले कचरे का निपटान होगा. यह प्लांट पूरे एशिया महाद्वीप में जैविक अपशिष्ट से बायो सी.एन.जी का सबसे बड़ा और देश का पहला प्लांट है.







बताया जा रहा है कि, यह बायो सी.एन.जी प्लांट पी.पी.पी. मॉडल पर आधारित नगर निगम, इंदौर को कोई वित्तीय भार वहन नहीं करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर प्लांट को स्थापित करने वाली एजेंसी आईईआईएसएन नई दिल्ली जरिये नगर निगम, इंदौर को प्रतिवर्ष ढाई करोड़ रुपये प्रीमियम के रूप में दिए जाएंगे.


इस तरह से किया जाएगा उपयोग
इस प्लांट में प्रतिदिन 550 एमटी गीले कचरे (घरेलू जैविक कचरे) को उपचारित किया जाएगा, जिससे 17 हजार 500 किलोग्राम बायो सी.एन.जी. गैस और 100 टन उच्च गुणवत्ता की आर्गेनिक कम्पोस्ट का उत्पादन होगा. इस प्लांट से उत्पन्न होने वाली बायो सी.एन.जी. में से 50 प्रतिशत गैस नगर निगम, इंदौर को लोक परिवहन की संचालित बसों के उपयोग के लिए उपलब्ध होगी. शेष 50 प्रतिशत गैस विभिन्न उद्योग एवं वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को बेची जा सकेगी.


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