(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mandsaur Crime News: पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, आर्किटेक्ट को किडनैप कर 50 लाख की फिरौती मांगने वाले गिरोह को किया गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के मंदसौर में आर्किटेक्ट को इंटीरियर डिजाइनिंग की साइट दिखाने के बहाने अपहरण कर 50 लाख की फिरौती मांगने के मामले में अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
Mandsaur Crime News: आर्किटेक्ट को इंटीरियर डिजाइनिंग की साइट दिखाने के बहाने अपहरण कर 50 लाख की फिरौती मांगने के मामले में अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अभी आरोपियों के 2 साथी फरार हैं. मध्य प्रदेश पुलिस ने राजस्थान छापामार कार्रवाई करते हुए बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल 18 मई को आर्किटेक्ट अमूल पाटीदार 23 साल निवासी गुड़भेली (मंदसौर) का अचानक अपहरण हो गया था जिसके बाद अमूल के परिजनों के पास अपहरणकर्ताओं ने फोन कर 50 लाख की फिरौती मांगी. इस घटना की शिकायत पिपलिया मंडी पुलिस के पास पहुंची तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए तकनीकी सबूतों के माध्यम से आरोपियों का पता लगाने की कोशिश की. आरोपियों के बारे में पता चला कि वे राजस्थान के नागौर में हो सकते हैं.
इसके बाद मंदसौर पुलिस ने नागौर पुलिस की मदद से घेराबंदी करते हुए आरोपियों की धरपकड़ की. इस दौरान बदमाश अमूल पाटीदार को छोड़कर स्विफ्ट गाड़ी से फरार हो गए. पुलिस ने जीवन पाटीदार, उसके पुत्र कमलेश पाटीदार दोनों निवासी गुड़भेली, दीपक नायक निवासी मुंदड़ी, सद्दाम शाह निवासी मल्हारगढ़ नामक अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधिकारियों को भी इस मामले में दो आरोपी महेंद्र जाट निवासी नागौर, राजस्थान और समीर खान अजमेरी निवासी मल्हारगढ़ फरार हैं. उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
सद्दाम का अपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया के मुताबिक अपहरणकर्ताओं में शामिल सद्दाम का अपराधिक रिकॉर्ड है उस पर चोरी का मामला भी दर्ज है. इसके अलावा शेष आरोपियों का अपराधिक रिकॉर्ड पता किया जा रहा है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस पूरे षडयंत्र को पिता और पुत्र ने मिलकर रचा था. आरोपियों ने अपहृत अमूल पाटीदार को रखने के लिए नागौर में होटल कमरा बुक किया था.
फिल्म देखकर रची साजिश
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एक आरोपी कमलेश ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने अपहरण फिल्म देखकर वारदात की साजिश रची थी. हालांकि पुलिस ने आरोपी के इस बयान को औपचारिक रूप से दर्ज नहीं किया है. आरोपी कम समय में अधिक पैसा कमाना चाहते थे इसलिए उन्होंने अपराध का रास्ता अख्तियार किया.
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