रायसेन पुलिस लाइन (Raisen Police Line) में रविवार सुबह जमकर पथराव (Stone Pelting) हुआ. जिसके बाद बचाव में पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़े ओर उपद्रवियों पर लाठीचार्ज (Lathicharge) किया. पुलिस ने कई राउंड हवाई फायर कर दंगाइयों को खदेड़ा. इस पथराव में घायल हुए लोगों को पुलिस ने एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया. 


क्या है पूरा मामला


यह नजारा रविवार को पुलिस लाइन में दिखाई तो दिया लेकिन यह सब पुलिस की ओर से दंगाइयों से निपटने का सालाना अभ्यास का हिस्सा था. इस अवसर पर पुलिस के आला अधिकारी मौजूद थे. दअरसल इन दिनों प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में हिंसा को खबरें आ रही हैं. ऐसे में रविवार को रायसेन जिले के प्रत्येक थाना क्षेत्र में दंगाइयों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया. 


इस ड्रिल में मुख्य रूप से कोतवाली पुलिस, यातायात पुलिस और पुलिस लाइन के जवानों ने अधिकारियों की मौजूदगी में हिस्सा लिया. इस तरह के अभ्यास को मॉक ड्रिल भी कहा जाता है. इसमें पुलिस के जवानों को ही विभिन्न टुकडिय़ों में बांटकर संसाधनों का उपयोग कर अभ्यास किया जाता है. इसमें आंसू गैस, लाठी, राइफल, एंबुलेंस, मेडिकल आदि पार्टियों की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई को परखा जाता है. रिजर्व पुलिस बल को भी एक्टिव किया जाता है.


पुलिस को क्यों करनी पड़ी यह मॉक ड्रिल


रविवार की सुबह एसपी विकास शाहवाल, एएसपी अमृत मीणा की मौजूदगी में पुलिस बल ने यह अभ्यास किया. इसे देख लोग कुछ देर के लिए हतप्रभ रह गए, बाद में असलियत पता चलने पर लोगों ने खड़े होकर पुलिस के इस मॉक ड्रिल का आनंद लिया और यह अहसास किया कि पुलिस के रहते शहर और जिले में पूर्ण शांति रहेगी.


एएसपी अमृत मीणा ने बताया कि पीएचक्यू के निर्देश पर रविवार को पूरे प्रदेश में एक साथ मॉक ड्रिल किया गया. जिले के सभी थानों में भी मॉक ड्रिल किया गया. उनका कहना था कि इस मॉक ड्रिल का मकसद यह परखना था कि कहीं कोई कमी तो नहीं है, जरूरत पडऩे पर पुलिस बल अपने संसाधनों के साथ मुस्तैद रहे.


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