Indore News: फर्जी आईडी से चैट कर बना लेते थे आपत्तिजनक वीडियो, फिर करते थे ब्लैकमेल, गैंग का खुलासा
पिछले दिनों इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के एक बुजुर्ग ने सेक्सटॉर्शन गैंग के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसे इंदौर पुलिस ने गंभीरता से लिया. इसके बाद गैंग का खुलासा हुआ.
Indore News: देश के सबसे साफ शहर इंदौर के लोगो को अपने मीठी बातों के जाल में फांस कर ब्लैकमेल करने के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दरअसल इंदौर में सेक्सटॉर्शन गैंग द्वारा लोगों को ब्लैकमेल करने की लगातार शिकायत मिल रही थी. इस गैंग द्वारा पहले तो सोशल मीडिया के माध्यम से अनजान व्यक्तियों से दोस्ती किया करती थी. फिर उसके बाद महिला के नाम की आईडी बनाकर गलत उपयोग कर आम व्यक्ति को अपने जाल में फांस कर गैंग के सदस्य महिला बनकर व्यक्ति से बात करते हैं, जब व्यक्ति उनकी बातों में फंसने लगता है तो उसे वीडियो कॉलिंग करके सामने वाले को अश्लील वीडियो दिखा कर स्क्रीन रिकार्डिंग कर लेते और फिर विडियो वायरल करने के धमकी देकर ब्लैकमेल करते है.
गुरुवार को इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सेक्सटॉर्शन गैंग का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि इस तरह की गैंग देशभर में सक्रिय हैं. पिछले दिनों इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के एक बुजुर्ग ने सेक्सटॉर्शन गैंग के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसे इंदौर पुलिस ने गंभीरता से लिया और पुलिस द्वारा मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की. पुलिस को सूचना लगी कि आरोपी भरतपुर राजस्थान से इस तरह की गैंग को संचालित करते आ रहे हैं. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी रईस उर्फ कमली, जीशान उर्फ बिल्ला, यासिब अहमद, हारून खान को गिरफ्तार किया है.
वहीं कमिश्नर द्वारा बताया गया की पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपियों ने बताया की वह सोशल मीडिया के माध्यम से वेबसाइट पर महिला की आईडी बनाते थे और फिर फरियादियों को दोस्ती के झूठे प्रलोभन में लेकर वीडियो कॉलिंग करते थे. उसके बाद अश्लील बातों से उनको एक साथ कर आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर लेते थे. आरोपी आपत्तिजनक रिकॉर्डिंग के माध्यम से पैसों के लिए ब्लैकमेल करते थे और पैसे नहीं देने पर आपत्तिजनक वीडियो को परिवार और समाज में वायरल करने की धमकी देते थे. एक व्यक्ति पुलिस बन बात कर धमकाता था.
बुजुर्ग ने कर ली थी हत्या
पिछली 9 सितंबर को एक बुजुर्ग द्वारा आत्महत्या कर ली गई थी, जिसके साथ भी आरोपियों द्वारा कुछ ऐसा ही किया था. जिसके कारण उसे समाज के डर व अपमानित होने के चलते आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा था. पुलिस को पुछताछ में अहम जानकारी मिली है कि पिछले छह महीनों में 1100 से ज्यादा मोबाइल से 1000 से ज्यादा लोगो को अपना शिकार बना चुके हैं. यह सभी आरोपी एक ही परिवार के भरतपुर के मुड़िया गांव के हैं. आरोपियों द्वारा बताया की उस जगह पर हजारों की संख्या में लोग यहीं काम जामताड़ा जेसी तर्ज पर काम कर रहे हैं. अभी पुलिस पूछताछ कर रही है और भी अन्य चौंकाने वाले खुलासे हो सकते है.
'गिरोह के शिकार हो भी जाएं तो डरे नहीं'
वहीं पुलिस कमिश्नर द्वारा सोशल मीडिया का दुरुपयोग का आपत्तिजनक वीडियो और ब्लैकमलिंग करने वालों से बचाव के लिए जनता को संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसे अपरिचित फोन काल को नहीं उठाए और न झांसे में आए अगर ऐसे गिरोह के शिकार हो भी जाएं तो डरे नहीं शिकायत पुलिस से जरूर कंरे. जिससे पुलिस आरोपियों को उनके इस घिनौने आरोप के चलते सलाखों के पीछे भेज सकें.