मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में गौहत्या के शक में दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या के मामले में राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस मॉब लिंचिंग के इस मामले को लेकर बीजेपी सरकार को जमकर घेर रही है. कांग्रेस नेता ट्वीट पर शिवराज सरकार से सवाल उठा रहे हैं. इस मामले में तथ्यों का पता लगाने के लिए 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. वहीं सरकार ने इस मामले में पीड़ित परिवारों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है. पुलिस ने इस मामले में अबतक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है.  


कहां और कबकी है घटना


यहां बता दें कि बीते दिनों सिवनी जिले के कुरई थाना क्षेत्र के सिमरिया गांव में गाय काटने के शक पर हिंदूवादी संगठनों के कुछ लोगों ने तीन आदिवासियों की लाठियों से जमकर पिटाई की थी. इनमें से दो की मौत हो गई. आरोप है कि हमलावर बजरंग दल और श्रीराम सेना के कार्यकर्ता हैं.


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता इस मामले में कानून-व्यवस्था का सवाल उठाते हुए शिवराज सरकार को घेर रहे हैं. कांग्रेस ने इस मामले को लेकर तीन सदस्यीय जांच कमेटी भी बना दी है.


कांग्रेस का कहना है.. 


एमपी कांग्रेस का ट्वीट, "प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सिवनी जिले के आदिवासी ब्लॉक कुरई में दो आदिवासी युवकों की हत्या और एक आदिवासी युवक के गंभीर रूप से घायल होने की घटना को दुखद बताते हुए घटना की जांच हेतु एक कमेटी गठित की है. यह कमेटी घटनास्थल पर जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेगी और घटना की सम्पूर्ण जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी. पूर्व मंत्री ओंकार सिंह मरकाम, विधायक डॉक्टर अशोक मार्सकोले और विधायक नारायण पट्टा इस कमेटी का हिस्सा होंगे."


सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात ढाई बजे हुई इस घटना के बाद पुलिस ने गंभीर हालत में तीन आदिवासियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. इनमें से सिमरिया निवासी धानसा इनवाती (45 वर्ष) और समीपी गांव सागर के संपत बट्टी (50 वर्ष) ने मंगलवार की सुबह दम तोड़ दिया, जबकि ब्रजेश बट्टी (25 वर्ष) का उपचार जारी है. घटना से नाराज ग्रामीणों ने विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया के साथ हाईवे पर जाम लगा दिया था. आक्रोश देख कलेक्टर डॉक्टर  राहुलदास फटिंग और एसपी कुमार प्रतीक भी मौके पर पहुंचे.


पुलिस ने इन लोगों को किया है गिरफ्तार


घायल ब्रजेश बट्टी के बयान के आधार पर छह नामजद और 12 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने जिन 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें बादलपार कुरई निवासी शेरसिंह राठौर (28), वेदांत चौहान (18), अंशुल चौरसिया (22), रिंकू पाल (30), लखनवाड़ा निवासी अजय साहू (27), दीपक अवधिया (38), विजयपानी कुरई निवासी रघुनंदन रघुवंशी (20),व बसंत रघुवंशी (32) और एक नाबालिग शामिल है. 


बताया जाता है कि हिंदूवादी संगठन से जुड़े क्षेत्र के कुछ युवकों को जानकारी मिली थी कि सिमरिया गांव में गोवध किया गया है. इसके बाद करीब दो दर्जन युवक सिमरिया पहुंचे. वहां इन्होंने गौहत्या के शक में धानसा इनावती, संपत बट्टी और ब्रजेश बट्टी को पकड़ लिया. उन्होंने इन तीनों पर लाठियों से हमला कर दिया. घटना की सूचना मिलने पर बादलपार चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची.


सरकार ने क्या-क्या घोषणाएं की हैं


कमलनाथ ने ट्वीटर पर लिखा है, ''प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि मृतकों के परिवारजनों द्वारा आरोपियों के बजरंग दल से जुड़े होने की बात बताई जा रही है. मैं सरकार से मांग करता हूं कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.''


सिवनी एसपी कुमार प्रतीक का कहना है कि इस मामले में आरोपी श्रीराम सेना से जुड़े बताए जा रहे है. फिलहाल 9 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए है.घटना की जांच की जा रही है. मृतकों के परिजनों को सरकार ने 8.25-8.25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की है. वहीं उनके आश्रित बेटी और बेटे को कन्या आश्रम बरेलीपार व विजयपानी स्कूल में दैनिक वेतन भोगी पदस्थ करने के आदेश जारी किए हैं.


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