Ujjain News: पुराने दिनों को याद कर भावुक हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कहा- उज्जैन की गलियों से रहा गहरा नाता
President in Ujjain: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind ) ने कहा, ''आयोजकों का मैं धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे भगवान महाकाल (Mahakal) की नगरी में आमंत्रित किया.''
President Ramnath Kovind Ujjain Visit: भारत (India) के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain)के दौरे पर भावुक नजर आए. उज्जैन में आयोजित आयुर्वेद (Ayurveda) के महासम्मेलन में राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया था. इस मौके पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ''धार्मिक नगरी उज्जैन से मेरा पुराना नाता रहा है, 35 साल पहले मैं उज्जैन में 15-15 दिन रह चुका हूं, यहां की कई गलियों से वाकिफ हूं. आयुर्वेद महासम्मेलन के आयोजकों का मैं धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे भगवान महाकाल (Mahakal) की नगरी में आमंत्रित किया.''
दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का उज्जैन से गहरा नाता रहा है. वे पूर्व सांसद हुकुम चंद कछवाय के काफी करीबी रह चुके हैं. उन्होंने महा सम्मेलन के मंच से कहा कि आचार्यों को भविष्य में आयुर्वेद की अच्छी शिक्षा देने और अच्छे चिकित्सक तैयार करने की दिशा में तेजी से काम करना होगा. इसके अलावा उन्होंने आयुर्वेद के क्षेत्र में नए-नए शोधों को लेकर भी काफी जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत गांव में बसता है और गांव की चिकित्सा पद्धति पूरी तरह आयुर्वेद से जुड़ी हुई है. आयुर्वेद के महत्व को व्यापक रूप में देखा जाना चाहिए.
राष्ट्रपति ने किया वर्चुअल उद्घाटन
महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उज्जैन में 20 करोड़ रुपये की लागत से बने आयुर्वेद महाविद्यालय की बिल्डिंग का वर्चुअल उद्घाटन किया. कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों का आयुर्वेद महा सम्मेलन के आयोजकों ने स्वागत किया.
आयुर्वेद को विश्वभर ने दिया महत्व
कार्यक्रम में मौजूद महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि विश्व के लोगों ने आयुर्वेद के महत्व को माना है. भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी आयुर्वेदिक पद्धति से कई बीमारियों के इलाज हो रहे हैं. आयुर्वेद का आविष्कारक ही भारत है.
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