Panchayat Election 2022: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में इस समय चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज है. पंचायत चुनाव (Panchayat Election) को लेकर राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारने के साथ जीतने के लिए दमखम लगा रही हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में अजब गजब मामला सामने आया है. अभी तक आप लोगों ने सांसद विधायकों के जेल से चुनाव लड़ने का सुना होगा. लेकिन अब सरपंच ने भी जेल से ही चुनाव लड़ने का मन बना लिया है.
शैलेश शुक्ला ने पंचायत चुनाव के लिए अपना नामांकन किया
दरअसल मध्य प्रदेश के सतना जिले की ग्राम पंचायत भरजुना के करसरा निवासी शैलेश शुक्ला ने पंचायत चुनाव के लिए अपना नामांकन किया है. शैलेश शुक्ला सतना जिले में जेल में बंद है और इन्होंने जेल से ही सरपंच की दावेदारी की है. शैलेश शुक्ला ने चुनाव लड़ने के लिए वकील के जरिए कोर्ट से अनुमति के लिए आवेदन किया था. फिलहाल स्पेशल कोर्ट की अनुमति के बाद कैदियों के नोटरी जेल पहुंचे नामांकन फॉर्म भरवाने की प्रक्रिया पूरी की गई है लेकिन कैदी की चुनाव संबंधित कुछ औपचारिकताएं अधूरी होने की वजह से फॉर्म नहीं भर पाया है. शनिवार को जो अधूरी जानकारी थी उसको पूरा भरकर फॉर्म जमा किया जाएगा.
1 साल से जेल में बंद हैं शैलेश
शैलेश शुक्ला ग्राम पंचायत भरजुना के रहने वाले हैं और 1 साल से जेल में बंद है. शैलेश के खिलाफ एनडीपीएस और ड्रग्स अधिनियम का मामला है इसलिए जेल में बंद है. मामला विचाराधीन है. लेकिन चुनाव लड़ने का मन था इसलिए उन्होंने सरपंच पद के लिए फॉर्म भरा है. इस पूरे मामले को लेकर सतना जिले के जेल अधीक्षक अखिलेश सिंह ने बताया कि एक दशक बाद यह पहला मामला है. जब कोई बंदी जेल से चुनाव लड़ने के लिए फॉर्म भर रहा है इसके लिए राज्य निर्वाचन विभाग से विशेष अनुमति ली गई.