Sagar News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बीजेपी (BJP) से निष्कासित नेता प्रीतम लोधी (Pritam Lodhi) और बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) के बीच बयानबाजी जारी है. इस बीच प्रीतम लोधी जगह-जगह अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्वालियर-चंबल के बाद रविवार को प्रीतम लोधी ने सागर में जोरदार बारिश के बीच रैली की. इसमें पूरे प्रदेश से ओबीसी और दलित तबके के नेता और लोग इकट्ठा हुए. रैली में भीम आर्मी सहित ओबीसी संगठनों के राष्ट्रीय नेता शामिल हुए.

 

साथ ही निर्भया कांड में आरोपी को सजा दिलाने वाली वकील सीमा कुशवाहा भी इस रैली में पहुंची. इस दौरान सामाजिक सद्भाव बना रहे इसके लिए भारी पुलिस बल तैनात रहा. दरअसल सागर जिले के बंडा के खेजड़ाभेड़ा गांव में एक नाबालिग लड़की के साथ 56 साल के व्यक्ति पर अगवा कर रेप का आरोप लगा है. पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, लेकिन इस प्रदर्शन में पीड़ित लड़की को इंसाफ दिलाने के नाम पर ओबीसी और एससी वर्ग को इकट्ठा किया गया.



 

शिवराज सरकार के खिलाफ हुई नारेबाजी

 

रैली में सभी ने आरोपी को फांसी देने की मांग की. इस दौरान शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. ज्यादातर नेताओं ने इस मामले की आड़ में एक समुदाय के खिलाफ नाराजगी दिखाई. सभी ने ओबीसी और दलित एकजुटता को हो विकल्प बताया और सत्ता परिवर्तन की बात कही. प्रीतम लोधी ने कहा कि यह भीड़ पैसों या साधनों की जुटाई नहीं है. ये लोगों के दिल की आवाज है. उन्होंने कहा कि एक समाज के चंद लोग राजनीतिक पार्टियों पर कब्जा किए हैं. दलों को हाईजैक कर लिया है.



 

'बेटियों का पूजन करने से नहीं उनकी रक्षा करने से सम्मान होगा'

 

प्रीतम लोधी ने कहा, "मैंने जनसंघ से बीजेपी तक सेवा की, लेकिन कोई पद नहीं लिया, आज निष्कासित जरूर हो गया." उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ सभी मिलकर लड़ाई लड़ें. मेरा संघर्ष जारी रहेगा. हम सबको मिले चिंगारी को तूफान बनाना है. वहीं वकील सीमा कुशवाहा ने कहा, "मैंने प्रवचन नहीं सुने. पढ़ाई की और संविधान पढ़ा है. आज कानून ही काम आ रहा है. मेरी आप से अपील है कि पढ़ाई-लिखाई करें और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ें. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सीएम कहते हैं कि रिपिस्टों के मकान तोड़ देंगे, लेकिन बंडा में कुछ नहीं हुआ. बेटियों का पूजन करने से नहीं उनकी रक्षा करने से सम्मान होगा."

 


 


 

अमेरिका के ग्रंट मैक्फर्लेन बने आकर्षण का केंद्र

 

रैली के दौरान अमेरिका के ग्रंट मैक्फर्लेन मंच पर लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे. दरअसल ग्रंट मैक्फर्लेन दस साल पहले भारत आए थे और ज्योतिबा फुले संस्थान से जुड़कर सामाजिक कार्यों में लग गए. उन्होंने मंच से दुभाषिए की मदद से कहा, "मुझे इस बात का दुख होता है कि आज ओबीसी तबका पीड़ित है. इस वर्ग को सत्य की लड़ाई के लिए आगे आना चाहिए. मुझे गर्व है कि ओबीसी के लिए कार्य कर रहा हूं." सभा को साधना भारती, भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रत्न, जयस की मीना, एक्टिविस्ट डॉ. आनंद राय, रामदेव कोकडिया, जया ठाकुर, बहादुर सिंह सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया.


 

बंडा कांड के आरोपी को फांसी दिलाने की लड़ाई लडूंगा: प्रीतम लोधी

 

इस मौके पर सतना के विधायक सिद्धार्थ सुखलाल कुशवाहा ने कहा कि अपने वोट की ताकत समझते हुए इसका सही उपयोग करें. हमें सत्ता का बदलाव करना पड़ेगा. इस बीच प्रीतम लोधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मेरा बयान तोड़-मरोड़कर चलाया गया है. मंच पर बैठे ज्ञानी मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. मेरी लड़ाई गरीब समाज के हितों की है. किसी के खिलाफ भी अत्याचार होगा मैं लडूंगा. मेरा ब्राह्मण समाज से नहीं, बल्कि उस समाज के कुछ लोगों से है, जो रावण की प्रवृत्ति रखते हैं. उन्होंने कहा कि बंडा कांड के आरोपी को फांसी दिलाने की लड़ाई लडूंगा."