भोपाल: जिला प्रशासन ने राजधानी भोपाल के प्राइवेट स्कूलों पर शिंकजा कसने की तैयारी कर ली है. निजी स्कूलों द्वारा लगातार बढ़ाई जा रही फीस और किताबों को लेकर बरती जा रही लापरवाही एवं सांठगांठ पर नजर रखते हुए जिला कलेक्टर अवनीश लवानिया ने सभी निजी स्कूलों को गाइडलाइन का पालन करने के लिए शख्त निर्देश जारी किए हैं.


वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी फीस और सिलेबस की जानकारी


जब इस संबंध में एबीपी संवाददाता ने जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना से जानकारी ली. उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं  कि सभी स्कूलों को फीस डिटेल एवं पाठ्यक्रम की जानकारी वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी. यदि गलत जानकारी अपलोड की जाती है तो स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


लागू करना होगा एनसीईआरटी का सिलेबस


उन्होंने कहा कि विभाग इस संबंध में स्कूलों का निरीक्षण कर संबंधित विषय की पुष्टि करने की प्लानिंग कर रहा है. बता दें कि इससे पहले भी भोपाल के स्कूलों पर स्कूल फीस बढ़ाने एवं निजी दुकानों से सांठगांठ के आरोप लगते रहे हैं. इसी बीच किताबों की सूची, फीस की जानकारी और वाहन सुविधा की जानकारी भी सार्वजनिक करने की बात जिला कलेक्टर के द्वारा की गई है. साथ ही जिला कलेक्टर ने एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की पुस्तकों को पूर्ण रुप से लागू करने की बात कही है, जिससे कि छात्रों के अभिभावकों को लाभ हो सके. सूत्रों की मानें तो प्राइवेट स्कूल निजी संचालकों, दुकानदारों एवं पब्लिकेशन की सांठगांठ के चलते 500 रुपये की लागत का कोर्स 5000 तक का पहुंच जाता है, जिसके बच्चों और अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ता है. 


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