MP News: क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अपने दिवंगत चाचा संजय गांधी (Sanjay Gandhi) की राजनीतिक लाइन पर चल रहे है? पार्टी के भीतर और बाहर लिए कुछ मामलों में उनके स्टैंड से कयास लगाए जा रहे है. कांग्रेस (Congress) पार्टी और गांधी परिवार के भविष्य का राजनीतिक एजेंडा समझने के लिए जानना जरूरी हो जाता है कि राहुल गांधी खुद को दृढ़ निश्चयी और विचारों से समझौता न करने वाले नेता की छवि गढ़ रहे हैं. सावरकर (Savarkar) और आरएसएस (RSS) पर दिए बयानों ने भले ही कांग्रेस को असहज किया हो लेकिन इससे उनकी अपने विचारों पर अडिग रहने की छवि को मजबूती मिली है.


क्या चाचा संजय गांधी की राह पर चल रहे राहुल?


वरिष्ठ पत्रकार राशिद किदवई राहुल गांधी के व्यक्तित्व को बेहतर ढंग से परिभाषित करते है और उसे उनके दिवंगत चाचा संजय गांधी के स्टैंड से तुलना भी करते है. किदवई बताते है कि संजय गांधी का एक ही मंत्र था. किसी भी मसले पर या तो मुझे कन्विन्स कर लीजिए या फिर मेरी समझ से कन्विन्स हो जाइए. किदवई गिनाते हैं कि हाल के तीन मामलों में राहुल गांधी के रुख से इस समानता को और बेहतर ढंग से समझा जा सकता है.


 1. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में राहुल गांधी ने वादे के मुताबिक दूरी बनाकर रखी थी. उन्होंने पहले ही साफ कर दिया था कि ना तो चुनाव लड़ेंगे और ना ही किसी का फेवर करेंगे.


 2. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच विवाद में भी राहुल तटस्थ दिखे. जब गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से इनकार किया तब भी पायलट से उनकी नोकझोंक के समय राहुल किसी की साइड में नहीं दिखे.


 3. भारत जोड़ो यात्रा के महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश पहुंचने पर राहुल गांधी ने वीर सावरकर और आरएसएस पर तीखा हमला कर दिया. हिन्दू वोटों के ध्रुवीकरण के हिसाब से ये दोनों ऐसे नाम हैं, जिनसे हाल-फिलहाल कांग्रेस राजनीतिक दंगल में बेहद असहज हो जाती है.


डैमेज कंट्रोल की भूमिका का नहीं दिया अधिकार 


लेखक और पत्रकार राशिद किदवई कहते हैं कि राहुल गांधी हवा का रुख देखकर राजनीति करने वाले नेताओं से इतर छवि बना चुके हैं और अब तोड़ना नहीं चाहते. उन्होंने पार्टी के भीतर किसी को अधिकार भी नहीं दिया है कि उनके तीखे बयानों के बाद पार्टी को असहज स्थिति से निकालने के लिए डैमेज कंट्रोल की भूमिका निभाये. तभी लगता है कि कुछ मामलों में स्वर्गीय संजय गांधी की राजनीतिक लाइन उनके लिए मुफीद है.


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