Jabalpur News: जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (Rani Durgavati Vishwavidyalaya) के छात्रावास खोलने की मांग को लेकर छात्रों की भूख हड़ताल जारी है. विश्वविद्यालय परिसर में 2 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों का कहना है कि प्रशासन जान बूझकर हॉस्टल नहीं खोल रहा है. विश्वविद्यालय के महिला और पुरुष छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या 300 से भी ज्यादा है. दोनों छात्रावास का डेढ़ साल से बंद रहने के कारण छात्रों को बहुत परेशानी हो रही है. आपको बता दें कि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में अक्टूबर के पहले हफ्ते से सभी पाठ्यक्रमों की नियमित कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं.


हॉस्टल बंद होने से छात्रों को क्लास अटेंड करने में परेशानी


कोरोना की पहली लहर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के महिला एवं पुरुष छात्रावास बंद कर दिए गए थे. अमूमन हॉस्टल में रहने वाले बच्चों की आर्थिक स्थिति बाहर किराए का कमरा लेकर रहने योग्य नहीं होती. विश्वविद्यालय में नियमित कक्षाएं शुरू होने के समय से छात्र लगातार दोनों हॉस्टल खोलने की मांग कर रहे थे. छात्रों का कहना है कि हॉस्टल बंद होने से नियमित क्लास अटेंड करने में बहुत सारी दिक्कतें आ रही हैं.


हॉस्टल खोलने की मांग को लेकर छात्रों की भूख हड़ताल जारी


भूख हड़ताल में शामिल कमलेश कुमार रैदास ने बताया कि 15 सितंबर से सभी शिक्षण संस्थान खोलने के आदेश राज्य सरकार ने जारी कर दिए थे. रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र में 25 से अधिक पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं. हॉस्टल निवासी छात्रों में सबसे ज्यादा लॉ और नर्सिंग के स्टूडेंट हैं. आंदोलन कर रहे छात्रों ने कुलपति को सौंपे ज्ञापन में मांग की है कि पाठ्यक्रम और हॉस्टल की बढ़ी हुई फीस भी वापस मिल जाए. इसके अलावा शारीरिक शिक्षण विभाग के B Ed और MP Ed के छात्रों को भी हॉस्टल में रहने की सुविधा प्रदान की जाए. 


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