Dhar News: धार में कारम नदी पर बने डैम में दरार, बाढ़ की आशंका में कई गांव खाली कराए गए, सेना ने संभाला मोर्चा
MP News : रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने और व्यवस्था को संभालने के लिए एनडीआरएफ-एसडीआरएफ के साथ ही पुलिस प्रशासन और राजस्व प्रशासन की कई टीमें मौके पर मौजूद हैं.
भोपाल/धार मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार खरगोन क्षेत्र के बीच कारम नदी (Karam River) पर बने डैम में दरार आ जाने के कारण आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बीती रात दहशत फैल गई. प्रशासन ने बाढ़ की आशंका को देखते हुए और किसी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए आसपास के कई गांव को खाली करा लिया गया है.रात के समय में ही प्रशासन ने मुस्तैदी से मुनादी कर लोगों को सूचित किया था.बांध को किसी प्रकार के नुकसान से बचाने के लिए सेना (Army) को बुलाया गया है. सेना वहां पहुंच गई है. इसके साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं.
प्रशासन ने किन गांवों को खाली कराया है
प्रशासन ने आसपास के गांव नयापुरा, काकरिया. मोहदा, मेल, खेड़ी, बड़वी जल कोटा आदि गांव को खाली करा लिया गया था.अचानक से मिली सूचना के चलते रक्षाबंधन के त्योहार के बीच इन गांव में चिंता की लकीरें लोगों के सिर पर स्पष्ट दिखाई दे रही थीं. अधिकारी लोगों को अपने घर-गृहस्थी को छोड़कर जाने की कह रहे थे. अपने जीवन और परिवार की चिंता करते हुए कई लोग बसों में सवार होकर तो कई लोग पैदल ही शिविर और राहत स्थलों की ओर निकल पड़े.
कारम नदी पर बना यह डैम करीब 304 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है. बांध को बचाने के लिए सेना को बुलाया गया. प्रशासन के अनुरोध पर पहुंचे सेना के जवानों ने आज तड़के करीब 5 बजे पहुंच कर हालात का आकलन शुरू कर दिया है. हालात से निपटने के लिए सेना के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीम भी भेजी गई है.
डैम को बचाने के लिए क्या कर रहा है प्रशासन
कारम नदी के डैम में आए लीकेज के चलते किसी भी प्रकार की अनहोनी और बड़ी घटना को रोकने के लिए प्रशासन यह कदम उठा रहा है.डैम अचानक से ना टूट जाए या उसको धंसने से रोकने के लिए विभिन्न स्थानों से डैम का पानी निकाला जा रहा है.इससे डैम को टूटने से रोका जा सके. वहीं विशेषज्ञों की टीम बुलाकर डैम की मरम्मत का काम भी किया जा रहा है.
रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने और व्यवस्था को संभालने के लिए एनडीआरएफ-एसडीआरएफ के साथ ही पुलिस प्रशासन और राजस्व प्रशासन की कई टीमें मौके पर मौजूद हैं.वही जब मध्य प्रदेश सरकार पर इस डैम को लेकर सवाल उठने लगे तो मंत्री तुलसी सिलावट से लेकर प्रशासनिक तंत्र मामले की लीपापोती करने में जुट गया. जलसंसाधन विभाग भी लीपापोती करता रहा.इस संबंध में जब मंत्री तुलसी सिलावट बात की गई तो उन्होंने कहा कि तब तक मैं यहीं रहूंगा जब तक समस्या हल नहीं होती. उन्होंने कहा कि अभी गलती किसकी है यह विषय नहीं है, अभी की प्राथमिकता सिर्फ लोगों को सुरक्षित करना है. उन्होंने कहा कि जांच कराने के लिए विशेष टीम बनाई गई है. उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद हालात की मानिटरिंग कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें
Indore News: 5 साल तक के बच्चों को दी जाएगी विटामिन A की खुराक, 31अगस्त तक चलेगा अभियान