Sehore News: किसी तरह की दुर्घटना होने या किसी व्यक्ति के बीमार होने पर हमें सबसे पहले 108 नंबर की याद आती है. हम तुरंत मोबाइल पर 108 डायल करते हैं. इसके बाद हमें भरोसा होता है कि कोई वाहन आएगा और हमें समय पर अस्प्ताल पहुंचाएगा लेकिन कई बार हमें सेवा देने वाला वह वाहन किसी और को सेवा दे रहा होता है. ऐसे में हम घबरा जाते हैं. यह स्थिति शहरों में कम बनती है क्योंकि यहां पर्याप्त वाहन मिल जाते हैं. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा नहीं है. वहीं आदिवासी गांवाें के हालात बहुत ही खराब है.


इन हालातों में ग्रामीणों की मदद करने के लिए सचिन तेंदुलकर ने प्रदेश के 15 जिलों में 65 एंबुलेंस तैनात की है. जो अब तक लाखों लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचा सके हैं. इस तरह की चार एंबुलेंस जिले के चार आदिवासी गांवों में तैनात हैं. जो अब तक हजारों लोगों की मदद कर चुके हैं.


श्री राम कृष्ण विवेकानंद सेवा कुटिर के पंकज यादव ने बताया कि हमारी संस्था इस तरह के कई काम करती है. जिसमें कई सेवाभावी लोग मदद करते हैं. जिले में सचिन का परिवार एनजीओ हमारी कई तरह की मदद कर रहा है. वे करीब 704 बच्चों की पढ़ाई में मदद कर रहे हैं. जिसके तहत वे बच्चों की आर्थिक सहायता करते हैं. साथ ही वे सभी छात्रों को पोषक आहार और पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराते हैं. उनकी संस्था की चार एंबुलेंस बोरदी, वीरपुर, लाड़कुई और गोपालपुर में तैनात है. जो अब तक हजारों लोगों को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचा चुकी है. वहीं उन्होंने क्षेत्र में नेत्र शिविर आयोजित कर आठ हजार लोगों की आंख की रोशनी लौटाई है.


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