MP Sehore Jail Water Problem: केंद्र सरकार और राज्य सरकार लगातार जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) चला रही है. दोनों सरकारें इसे लेकर सख्त भी हैं. 2024 तक हर गांव शहर में हर घर जल पहुंचाने का राज्य सरकार का लक्ष्य है, लेकिन मुख्यमंत्री के गृह जिले में जल जीवन योजना दम तोड़ रही है. दर्जनों गांवों में योजना के तहत नल तो लगा दिए गए हैं लेकिन पानी नहीं पहुंचा है. वहीं, शहरों की शासकीय संस्थाओं में भारी जल संकट गहराया हुआ है.
सीहोर (Sehore) जिला जेल में कैदियों (Prisoners) समेत स्टाफ (Jail Staff) भी पानी (Water) की समस्या से जूझ रहा है. लेकिन उनकी परेशानी दूर होती नहीं दिख रही है. सरकारी नुमाइंदों पर आरोप लग रहा है कि वे अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) जल संकट को दूर करने के लिए एक महीने से सुबह मानिटरिंग कर रहे हैं, इस पर भी अधिकारी पानी की कमी दूर करने में नाकाम साबित हो रहे हैं.
जेल में पानी की किल्लत
मध्य प्रदेश के सीहोर जिला जेल में बंद कैदी और जेल स्टाफ भी पानी के लिए परेशान हैं. जेल में पानी के लिए पर्याप्त स्रोत न होने के कारण रोजाना टैंकरों से आपूर्ति की जा रही है. जिला जेल सीहोर में बीते तीन महीने से जल संकट बना हुआ है. उल्लेखनीय है कि जिला जेल में एक ही नलकूप है जो फरवरी महीने में दम तोड़ चुका था. यहां पर वर्तमान में 404 कैदी बंद हैं. नलकूप से रोजाना पानी की जरूरत पूरी नहीं हो पाती हैं. यह वजह है कि यहां टैंकरों हर रोज से जल आपूर्ति की जा रही है.
स्टाफ को भी नहीं मिल रहा पानी
जिला जेल में 404 कैदियों में 391 पुरुष और 13 महिलाएं शामिल हैं. वहीं, जेल स्टाफ के 25 क्वार्टरों में 40 कर्मचारी रहते हैं. रोजाना यहां पर करीब 75 हजार लीटर पानी की आवश्यकता रहती है. फिलहाल यहां पर 6 हजार लीटर क्षमता के तीन टैंकर रोज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इससे जेल प्रशासन को प्रति माह तीस से चालीस हजार रुपये का अतरिक्त खर्च वहन करना पड़ रहा है. जेल अधीक्षक संजय सहलाम का कहना है कि कई बार नगर पालिका को स्थाई कनेक्शन के लिए पत्र लिख चुके हैं लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई है.
पुरानी लाइन से हो रही सप्लाई
शहर की मंडी स्थित टंकी की पुरानी पाइप लाइन से पानी की सप्लाई की जा रही है लेकिन बहुत कम ही पानी आ पाता है. यह जेल के लिए पर्याप्त नहीं होता है. इससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.