MP News: सोशल मीडिया पर थोड़ी सी गलती से किसी की भी इज्जत सरे बाजार नीलम हो सकती है. इतना ही नहीं एक युवक को ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर जान तक देनी पड़ी. अब पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है, जो आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर लोगों को ब्लैकमेल करते हैं. इस संबंध में जांच के लिए पुलिस का एक दल असम भी जाएगा. शाजापुर एसपी जगदीश डाबर ने बताया कि शुजालपुर के ताजपुर ओकला में रहने वाले राजपाल पिता त्रिलोक सिंह का शव  कमलापुर बाईपास पर मिला था.


इस मामले में शुजालपुर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच की तो पता चला कि राजपाल को पिछले कई दिनों से कुछ लोग ब्लैकमेल कर रहे थे. इसी के चलते उसने कुछ राशि भी ब्लैकमलिंग करने वाले लोगों को ऑनलाइन ट्रांसफर की थी. इसके बाद वह बार-बार की ब्लैकमेलिंग से परेशान हो गया और सुसाइड कर लिया. परिजनों की शिकायत और मोबाइल से मिली डिटेल के आधार पर तीन मोबाइल नंबर के संचालकों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की एफआईआर दर्ज की गई. इस मामले में आरोपियों की तलाश करने के लिए एक पुलिस दल असम जाएगी. 


ऐसा किया जा रहा है ब्लैकमेल


शाजापुर एसपी जगदीश डाबर ने बताया कि सबसे पहले मोबाइल पर अनजान लिंक को क्लिक ना करें. लोगों द्वारा अनजान लिंक को क्लिक कर दिया जाता है, जिसके बाद लिंक वीडियो कॉल से कनेक्ट हो जाता है. इसके जरिए कुछ जालसाज आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहे हैं. किसी भी सोशल साइट पर अनजान व्यक्ति की रिक्वेस्ट भी एक्सेप्ट ना करें. बताया जाता है कि वीडियो कॉल के दौरान सामने खूबसूरत लड़की रहती है, वह बार-बार कपड़े उतारने को लेकर रिक्वेस्ट करती है. इसके बाद स्क्रीन रिकॉर्डर के जरिए आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर ली जाती है. इसके बाद ब्लैकमेलिंग का दौर शुरू होता है. पैसा नहीं देने पर आपत्तिजनक वीडियो सोशल साइट पर अपलोड कर दिया जाता है.  


अधिकारी भी हो चुके हैं ब्लैकमेल


राजपाल की मौत ने लोगों को हिला कर रख दिया. ब्लैकमेल करने वाले इस कदर परेशान करते हैं कि पीड़ित व्यक्ति का जीना मुश्किल हो जाता है. मध्य प्रदेश में आम लोग ही नहीं बल्कि कई अफसर भी ब्लैकमेल के शिकार हो चुके हैं. ऐसे कई मामलों में पुलिस के पास शिकायत नहीं पहुंच पाती है. राजपाल के परिजनों ने शिकायत करते हुए इस गिरोह का भंडाफोड़ करने की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई ब्लैकमेल ना हो. बताया जाता है कि जिस खाते पर राज्यपाल ने पैसे ट्रांसफर किए थे वह असम का था. इसके अलावा जिन तीन मोबाइल नंबरों से फोन आ रहे थे वह भी असम के बताए जा रहे हैं.


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