Chhindwara News: बागेश्वर सरकार के समर्थन में शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती, चमत्कारों को अंधविश्वास बताने वालों से कहा..
Bageshwar Dham Sarkar: शारदा द्वारिका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती जी ने कहा कि कौन से अंधविश्वास की बात कर रहे हैं जिस बात की प्रामाणिकता हो उसे अंधविश्वास कैसे कहेंगे.
छिंदवाड़ा: शारदा द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन किया. पहली बार छिंदवाड़ा आए सदानंद सरस्वती ने कहा कि दवा और दुआ हमारी परंपरा रही है. उन्होंने कहा कि जो लोग इसे अंधविश्वास बता रहे हैं, उन्हें अंधविश्वास का अर्थ नहीं मालूम है.इससे पहले ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कारों पर सवाल उठाए थे.
समर्थन में क्या बोले शंकराचार्य
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती जी ने कहा कि कौन से अंधविश्वास की बात कर रहे हैं जिस बात की प्रामाणिकता हो उसे अंधविश्वास कैसे कहेंगे. बागेश्वर के धीरेंद्र शास्त्री कह रहे हैं न कि हनुमान जी ही कृपा कर रहे हैं. हमारी परंपरा ही रही है दवा और दुआ की , जो इसे अंध विश्वास कह रहे हैं, उन्हे अंधविश्वास का अर्थ नहीं मालूम. उन्होंने कहा कि बागेश्वर सरकार ने किसी से कोई पैसा नहीं लिया, कोई ठगी नहीं की और न किसी को षड्यंत्र में फसाया और न ही उनकी किसी ने शिकायत की.उन्होंने कहा कि यदि उनके द्वारा बताए गए उपाय से कोई ठीक हो जाता है तो हमारी पंरपरा है ना दवा और दुआ की. आप लोगों के माता-पिता दवा-दुआ मानते थे कि नहीं मानते थे बस तो फिर क्या तकलीफ है किसी को.स्वामी सदानंद सरस्वती ने बागेश्वर धाम के समर्थन में कटनी में भी बयान दिया था.
स्वामी प्रसाद मौर्य पर साधा निशाना
शंकराचार्य ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस को लेकर दिए बयान पर कहा कि यह उनका विषय नहीं है,रामचरित मानस की एक चौपाई का वह अर्थ नहीं कह सकते हैं, जब यह आपका विषय नहीं है तो उस पर क्यों बोलते हो. शंकराचार्य ने कहा कि रामायण का क्या उददेश्य है, क्या विधेय है, क्या लक्षार्थ है, बड़े लोगों को वजनदार बात करनी चाहिए.उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अर्थ जाने बिना उसका उच्चारण नहीं करना चाहिए. इन्होंने रामायण को नहीं पढ़ा है,उनका अर्थ भी इन्हें नहीं मालूम है.
शंकराचार्यों में मतभेद
सदानंद सरस्वती के इस बयान के पहले ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने शनिवार को बिलासपुर में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा था कि चमत्कार दिखाने वाले उनके जोशीमठ के मकानों में आ गई दरारों को चमत्कार से भर दें तो वो उनका स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा था कि हम उनके लिए फूल बिछाएंगे कि आओ,ये जो हमारे मकान में दरार आ गई है,हमारे मठ में आ गई है,उसे जोड़ दो.
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