भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) सहित मध्य प्रदेश के विभिन्न इलाके अभी भी झमाझम बारिश (Heavy Rain) के लिए तरस रहे हैं. वैसे तो 20-21 जून तक पूर्ण रूप से मानसून (Mansoon) मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में पहुंचने की संभावना थी. लेकिन अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में सक्रिय प्रणाली के ना बन पाने के कारण मानसून कुछ दिनों के लिए पीछे हो गया है. जिसके चलते मध्य प्रदेश के कई इलाके अब भी झमाझम बारिश के लिए तरस रहे हैं.


किसको है बारिश की दरकार


वैसे तो मध्य प्रदेश के कई इलाकों में बारिश प्रारंभ हो चुकी है, लेकिन अभी उस तरीके की बारिश की दरकार है जिसकी लोग उम्मीद कर रहे थे. मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बीते 3 दिनों से बूंदाबांदी और हल्की बारिश देखी गई है. कुछ इलाकों में तेज बारिश के साथ भी मेघराज बरसे हैं. इस संबंध में जब एबीपी न्यूज संवाददाता ने मौसम विभाग से जानकारी जुटाई तो पता चला कि समुद्रों में विशेष प्रकार से प्रभावी मौसम प्रणाली का निर्माण नहीं हो पाया है, इसकी वजह से मानसून कुछ दिनों के लिए लेट हो गया है, लेकिन बहुत जल्द ही मानसून मध्य प्रदेश में फिर सक्रिय होगा.


उमस ने बढ़ाई लोगों की परेशानी


हल्की बूंदाबांदी के कारण उमस बढ़ने से लोग बेहद परेशान हैं. ऐसा ही नजारा कल राजधानी भोपाल में देखा गया. वहां दिन के समय उमस के चलते शहर वासियों को तीखी गर्मी का सामना करना पड़ा, यही हाल प्रदेश के अन्य इलाकों का भी है क्योंकि जब तक मानसून पूर्ण रूप से सक्रिय होकर बारिश नहीं करेगा तब तक तापमान में गिरावट नहीं होगी. इसीलिए मध्य प्रदेश के निवासी मानसून की सक्रियता और निरंतर बारिश का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि मानसून के पूर्ण रूप से सक्रिय न होने का असर फसलों पर भी पड़ेगा.


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