MP News: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के पिछोर में एक व्यक्ति ने बिहार के बदमाश से फेसबुक पर संपर्क कर अपने पिता की सुपारी देकर हत्या करवा दी. यह घटना पिछोर के नगरिया मोहल्ले में 21-22 जुलाई की रात हुई. पुलिस ने इस मामले में आरोपी बेटे और बिहार के भाड़े के हत्यारे समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. शिवपुरी जिले के पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि पिछोर में 21-22 जुलाई की रात महेश गुप्ता की उसके घर में सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की. इस दौरान महेश का बेटा अंकित गुप्ता संदेह के दायरे में आया. वह घटना के समय घर के नीचे की मंजिल पर सो रहा था.


बिहार से बुलाया था गैंगस्टर
चंदेल ने कहा कि पुलिस ने जब अंकित से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने ही बिहार से बदमाश बुलाकर अपने पिता की हत्या करवाई थी. चंदेल ने बताया, ''इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से हत्या में प्रयुक्त 315 बोर का कट्टा और दो कारतूस जब्त किए हैं. गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में अंकित (32), अंकित का दोस्त नितिन लोधी और गैंगस्टर अजीत सिंह शामिल हैं.''


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पैसा नहीं मिलने से नाराज था आरोपी
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि महेश की पत्नी की मौत करीब 20 साल पहले हो चुकी थी. उसका एक पुत्र अनिल गुप्ता सेना में था. उसने 2 साल पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. बेटे की मौत के बाद पिता को करीब एक करोड़ रुपये सेना की तरफ से मिले थे. उसे 20 हजार रुपये पारिवारिक पेंशन भी मिलती थी. उन्होंने कहा कि मृतक महेश का छोटा बेटा अंकित बचपन से ही आपराधिक प्रवृत्ति का है. वह शराब बेचने, पीने, जुआ-सट्टा खेलने और चोरी करने का आदि है. उसकी इन हरकतों से पिता नाराज रहते थे. वो उसे पैसे नहीं देते थे. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पिता से पैसे न मिलने से नाराज अंकित ने गूगल और फेसबुक पर देश भर के गैंगस्टरों और बदमाश की तलाश की. उसने बिहार के 'अजीत किंग ग्रुप' से अपने पिता के अपहरण और हत्या के लिए संपर्क किया. इस साजिश में उसके दोस्त नितिन लोधी ने उसकी मदद की.


चंदेल ने बताया कि अंकित और नितिन ने अजीत को बुलाने के लिए उसके खाते में 10 हजार रुपये डाले. 12 जुलाई को उसे झांसी रेलवे स्टेशन से लेकर ये लोग शिवपुरी जिले के लभेड़ा तिराहा पहुंचे. वहां उसके रुकने का इंतजाम किया गया. उन्होंने कहा, ''अंकित ने अपने पिता की हत्या की साजिश रची. उसके दोस्त लोधी ने एक 315 बोर का कट्टा लाकर गैंगस्टर अजीत को दिया और मृतक के घर की लोकेशन दिखाई.''


गोरखपुर से गिरफ्तार हुआ गैंगस्टर
चंदेल ने बताया कि 21-22 जुलाई की रात अंकित ने अपनी पत्नी और बच्ची को दूसरे कमरे में सुला दिया और स्वयं दूसरे कमरे में सो गया. महेश तीसरी मंजिल पर सो रहा था. अंकित ने करीब दो बजे गैंगस्टर को अपने घर बुलाया और तीसरे मंजिल के कमरे में ले गया. गैंगस्टर ने महेश के सिर में गोली मार दी. इससे उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि इसके बाद अंकित ने गैंगस्टर को रात में ही घर से निकालकर घर का ताला लगा दिया. चंदेल ने बताया कि गोली की आवाज सुनकर अंकित की पत्नी उठकर आई तो वह अपने कमरे में खड़ा हो गया और पत्नी से बोला कि आसमान में बिजली चमकी है. उसी की आवाज है. सुबह अंकित अज्ञात व्यक्ति द्वारा गोली मारने की बातें लोगों और पुलिस को बताई. उन्होंने कहा कि पुलिस ने सायबर सेल से मिली लोकेशन के आधार पर गैंगस्टर अजीत को गोरखपुर से गिरफ्तार किया है, जबकि अंकित और लोधी को पिछोर से गिरफ्तार किया.


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