MP News: मध्य प्रदेश के राजगढ़ में आफत की बारिश हुई है. मूसलाधार बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. कटाई के बाद खेतों में रखी सोयाबीन की फसल जलमग्न हो गयी. सोयाबीन की फसल में पानी भर जाने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. बता दें कि जिले में 1 जून से सितंबर के आखिरी सप्ताह तक 1313.3 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है. मौसम विभाग ने सामान्य बारिश का अनुमान 892.4 मिलीमीटर लगाया था. सामान्य से 50 फीसद ज्यादा बारिश ने किसानों की पैदावार को चौपट कर दिया.
कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा के निर्देश पर फसल नुकसान का सर्वे किया जा रहा है. प्रशासन की सर्वे टीम पीड़ित किसानों से मुलाकात कर फीडबैक ले रही है. सर्वे टीम की रिपोर्ट के बाद किसानों को जिला प्रशासन की तरफ से नुकसान का मुआवजा दिया जायेगा.
एसडीएम रत्नेश श्रीवास्तव, कृषि उपसंचालक हरीश मालवीय और पटवारी बद्रीलाल वर्मा ग्राम करेड़ी सर्वे करने पहुंचे. उन्होंने किसानों से बातचीत कर फसल के नुकसान की जानकारी ली. पीड़ित किसानों की आंखों से अधिकारियों के सामने आंसू निकल पड़े.
सर्वे टीम के सामने रो पड़े किसान
उन्होंने बताया कि कटाई के बाद खेतों में रखी सोयाबीन की फसल पूरी तरह चौपट हो गयी. किसान फतेह लाल ने अधिकारियों को बताया कि अभी बारिश से राहत की उम्मीद नहीं है. ऐसे में बारिश के जारी रहने से नुकसान और बढ़ जाएगा. उन्होंने बताया कि कई गांव में बीज के अनुसार सोयाबीन की पैदावार भी नहीं हुई.
जीरापुर तहसील के पोल खेड़ा में भी किसानों को बारिश की वजह से भारी नुकसान पहुंचा है. खेतों में कटी हुई सोयाबीन की फसल बारिश के कारण नष्ट हो गई. गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से राजगढ़ में अभी भी जमकर बारिश हो रही है. आफत की बारिश ने किसानों की मुसीबतों को और बढ़ा दिया है.
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