मध्य प्रदेश के धार जिले में कारम नदी पर बन रहे बांध से पानी निकालने का काम अभी भी जारी है. बांध में रिसाब हो जाने से उसके टूटने का खतरा पैदा हो गया है. बांध को टूटने से बचाने के लिए नहर बनाकर बांध से पानी की निकाला जा रहा है. इस काम में सेना भी मदद कर रही है. बांध में रिसाव को देखते हुए आसपास के करीब 20 गांवों को खाली करा लिया गया है. इन गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं. वहीं उनकी कैबिनेट के दो मंत्री बांध पर ही बने हुए हैं और वहां रहे काम की निगरानी कर रहे हैं. इनमें से एक मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया है कि कल से आजतक बांध में पानी का स्तर 15 सेंटीमीटर कम हुआ है. उनका कहना था कि लक्ष्य एक दिन में 1 मीटर कम करने का है.
मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री का क्या कहना है
कारम बांध पर मौजूद मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने एबीपी न्यूज़ से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आने वाले दो-चार दिन सतर्कता के हैं. उन्होंने बताया कि पानी कम तो हो रहा है.उन्होंने बताया कि शनिवार से जो पानी छोड़ा गया, उससे बांध में पानी का लेबल 15 सेंटीमीटर कम हुआ है.सिलावट ने बताया कि लक्ष्य एक दिन में एक मीटर पानी कम करने का है.उन्होंने कहा कि बांध पर पानी का प्रेसर कम तो हो रहा है, इसके बाद भी आने वाले दिनों में बारिश का डर सता रहा है.
कब तोड़ी गई कारम बांध की दीवार
कारम बांध पर काम करे अधिकारियों ने शनिवार रात करीब साढ़े 11 बजे बांध की दीवार तोड़कर बांध से पानी निकालने का काम शुरू किया. बांध का यह पानी महेश्वर के पास नर्मदा में गिरेगा.बांध में हुए रिसाव के बाद उसके टूटने का खतरा पैदा हो गया. इसे देखते हुए अधिकारियों ने खरगोन जिले के 6 और धार जिले के 13 गांवों को खाली कराया. यह के निवासियों को पहाड़ों और राहत शिविरों में पहुंचाया गया.
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