MP News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पीए बनकर निजी अस्पताल के एक सुपरवाइजर ने नगर निगम के एएचओ संदीप ठाकुर को धमका दिया है. यह धमकी नगर निगम एएचओ को निगम में 25 दिन की सैलरी निकलने को लेकर दी गई. एएचओ ठाकुर की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.


जानकारी के मुताबिक भोपाल नगर निगम जोन- आठ के स्वास्थ्य अधिकारी (एएचओ) संदीप ठाकुर को बीते दिनों एक धमकी भरा कॉल आया था. कॉल करने वाले स्वयं को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पीए बताया था. उसने अपना नाम नीरज मिश्रा बताते हुए एएचओ ठाकुर से कहा कि तुम आदर्श पाथरे की सैलरी क्यों नहीं बना रहे हो. नीरज मिश्रा ने धमकी देते हुए कहा कि मैं एक नोटशीट तैयार करवा रहा हूं, तुम और तुम्हारा कमिश्रर सब निपट जाओगे.


पता करने पर निकला सुपरवाइजर
इस धमकी भरे फोन के बाद नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी संदीप ठाकुर ने उक्त युवक के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि नीरज मिश्रा नाम का कोई व्यक्ति सीएम का पीए नहीं है, जिस पर ठाकुर ने 13 फरवरी को इस संबंध में क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी. शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई की.


एएसआई राघवेंद्र धाकड़ के अनुसार तकनीकी जांच के आधार पर फोन लगाने वाले नीरज मिश्रा को हिरासत में लिया है. तुलसी नगर निवासी नीरज एक निजी अस्पताल में सुपरवाइजर हैं. पूछताछ में बताया कि उसने यह कॉल अपने दोस्त की मदद के लिए किया था. आदर्श पाथरे रातीबड़ में रहता है, जो नगर निगम में 25 दिवसीय कर्मचारी है, लंबे समय से उसकी सैलरी नहीं मिल रही थी. इधर पुलिस ने आदर्श को भी गिरफ्तार कर लिया.


अनुपस्थिति के कारण नहीं बनी सैलरी
नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी संदीप ठाकुर के अनुसार 25 दिवसीय कर्मचारियों की सैलरी उनकी उपस्थिति-अनुपस्थिति के आधार पर बनती है. आदर्श काफी दिनों से काम पर नहीं आ रहा था. उपस्थिति की प्रतिदिन रिपोर्ट संबंधित सफाई दरोगा तैयार कर एएचओ को भेजते हैं, फिर इसकी डीटेल रिपोर्ट बनाकर एकाउंट सेक्शन भेजी जाती है, लंबी अनुपस्थिति के कारण आदर्श की सैलरी नहीं बन रही थी.


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