Ujjain News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में पटवारी (Patwari), पुलिस (Police) और नायब तहसीलदार (Nayab Tahsildar) के बाद अब ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षक की करतूत सामने आई है. शिक्षक ने छात्रा के पिता से मार्कशीट देने के एवज में 15 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की. लेकिन छात्रा के पिता की समझदारी से वह रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया. उज्जैन लोकायुक्त में पदस्थ अधिकारी बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि नागदा तहसील के ग्राम बेड़ावन में रहने वाले कैलाश अलोलिया ने लोकायुक्त एसपी से शिक्षक बगदीराम नांदेड़ा की शिकायत की थी. फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस को बताया कि उनकी बेटी प्रेमलता गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ाई करती है. उसका शिक्षक बगदीराम उसकी मार्कशीट नहीं दे रहे हैं और मार्कशीट देने के बदले उन्होंने रिश्वत की मांग की है.
शिक्षक को रंगे हाथों पकड़ने के लिए पुलिस ने बिछाया जाल
शिकायत की पुष्टि करने के लिए लोकायुक्त पुलिस ने शिक्षक को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई. लोकायुक्त ने कैलाश अलोलिया को 95 सौ रुपये की रकम लेकर बगदीराम के पास भेजा और शिक्षक की आवाज रिकॉर्ड करने के लिए उन्हें एक रिकॉर्डर भी दिया गया. जब कैलाश ने शिक्षक से रिश्वत की रकम देने के लिए संपर्क किया तो बगदीराम ने शिक्षक को रकम के साथ घर आने को कहा. जैसे ही कैलाश ने बगदीराम को रिश्वत की रकम दी, वैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया. लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि आरोपी शिक्षक ने पहले ही चार हजार रुपये की रिश्वत ले ली थी और कहा था कि काम हो जाएगा.
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