जबलपुर: आज लड़कियां बहादुरी से हर मुसबीत का सामना कर सकती हैं. जबलपुर की एक छात्री ने कुछ ऐसा ही कारनामा किया है. दरअसल छात्रा न केवल मोबाइल फोन छीनकर भाग रहे लुटेरों से भिड़ गई बल्कि उसने बहादुरी दिखाते हुए उनमें से एक को धर दबोचा. वहीं जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा भी छात्रा की बहादुरी के कायल हो गए हैं.
एसपी ने महाकोशल कॉलेज में बीए फर्स्ट ईयर में पढ़ने वाली इस 21 साल की बहादुर छात्रा संध्या आर्मो को सम्मानित करते हुए उसके साहस की सराहना की है.सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि बेटियां बहादुर होतीं हैं और ये बात इस बेटी ने साबित कर दी है.
छात्रा ने ऐसे किया मोबाइल छिनने वालों का सामना
तिलवारा के रमनगरा शाहीनाला निवासी संध्या आर्मो महाकोशल कॉलेज जा रही थी,तभी उसकी सहेली का कॉल आया. छात्रा ने मोबाइल फोन निकाला और बात करते हुए पैदल आगे बढ़ गई. वह इलाहाबाद बैंक चौराहे से आगे पहुंची थी,तभी बाइक सवार दो बदमाशों ने उसे ओवरटेक किया. वह कुछ समझ पाती उससे पहले ही बाइक पर पीछे बैठे युवक ने उसके हाथ से मोबाइल छीन लिया. वहीं अचानक हुई इस घटना से संध्या अवाक रह गई, लेकिन अगले पल ही उसने दिलेरी दिखाते हुए मोबाइल फोन छीनकर भाग रहे लुटेरों को लपक कर पकड़ा.
पुलिस ने दोनों आरोपियों को दबोचा
उसके हाथ एक लुटेरे की जैकेट लग गई जिसे पकड़कर उसने झटक दिया तो लुटेरा बाइक से गिर गया. संध्या लुटेरे को पकड़े थी तभी दो राहगीरों ने भी उसकी मदद की. इसके बाद बदमाश को पकड़कर सिविल लाइंस थाने ले जाया गया. इसके बाद सिविल लाइंस थाने के पुलिसकर्मी सक्रिय हो गए और भागने वाले दूसरे बदमाश को भी दबोच लिया. पकड़े गए आरोपी की पहचान टेढीनीम निवासी 14 वर्षीय नाबालिग के रूप में हुई. वहीं उसके दूसरे साथी का नाम समीर खान बताया जा रहा है.पुलिस के साथ आरोपी समीर खान के घर पहुंचा, वहां समीर भी मिल गया.पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से छात्रा का मोबाइल जब्त कर लिया है .सिविल लाइंस पुलिस ने दोनों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया.
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने उसे कार्यालय बुलाकर सम्मानित किया
वहीं छात्रा संध्या की दिलेरी सुनकर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने उसे कार्यालय बुलाकर सम्मानित कर उसका हौसला बढ़ाया.एसपी की ओर से उसे प्रशिस्त पत्र भी प्रदान किया गया. एसपी बहुगुणा ने कहा कि छात्रा ने लुटेरे को साहस और बहादुरी का परिचय देते हुए पकड़ कर पुलिस की मदद की है.साथ ही माता-पिता का सम्मान बढ़ाया है.ऐसी घटनाएं दूसरे को भी प्रेरणा देती हैं. युवा पीढी के सामने संध्या ने मिसाल पेश की है.
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