MAHAKAL: उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में भष्म आरती के नाम पर भक्तों से दलाली करने वालों पर कार्रवाई की गई है. महाकाल थाना पुलिस ने होमगार्ड सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लोगों से भस्म आरती में प्रवेश दिलाने के नाम पर रोज हजारों रुपए की ठगी करते थे.


पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति से मंदिर के कर्मचारी दिनेश शर्मा पिता बालमुकुंद शर्मा निवासी विवेकानंद कालोनी ने श्रद्धालु रितीका निवासी सोनीपथ (हरियाणा) के साथ राजा नाम व्यक्ति द्वारा भस्मार्ती पंजीयन हेतु तय राशि 200 प्रति श्रद्धालु के स्थान पर ज्यादा रुपये की ठगी करने का एक लिखित शिकायती पत्र पेश किया. इस पर थाना महाकाल पर धारा 318 (4) बीएनएस 2023  का पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया. 


थाना महाकाल पुलिस द्वारा आरोपी राजा उर्फ राजकुमार पिता शंकरलाल परमार निवासी गणेश कॉलोनी को हिरासत में लिया, जिसने श्रद्धालुओं से मंदिर में दर्शन करने के नाम पर ₹2600  व ₹3000 लिए थे. इसके बाद उसने अपने साथी कमलेश पिता चांदमल निवासी सिन्धी कॉलोनी को भस्म आरती करवाने के लिए श्रद्धालुओं के आधार कार्ड और ₹ 2500 दिए. बाद में कमलेश द्वारा गेट नंबर एक पर ड्यूटी कर रहे सैनिक आशीष चौहान को उनके आधार कार्ड व्हाट्सएप पर दिए. सैनिक आशीष चौहान के माध्यम से दो श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करवाकर भस्म आरती कराई गई. 


सिपाही ने कैसे करवाई अनुमति ?


महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा के मुताबिक भस्म आरती करने के बाद में दोनों श्रद्धालुओं से आरोपी राजकुमार उर्फ राजा द्वारा ₹3000 की मांग और की जा रही थी. इसके बाद श्रद्धालुओं ने महाकालेश्वर मंदिर समिति के दफ्तर जाकर अपने शिकायत की.


इस अपराध में राजकुमार, कमलेश, होमगार्ड सैनिक आशीष चौहान को आरोपी बनाया गया है. सैनिक आशीष चौहान द्वारा मंदिर में भस्म आरती की अनुमति किसके माध्यम से करवाई गई, उस संबंध में विवेचना की जा रही है.


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