Jabalpur News: मध्य प्रदेश में एक बार फिर हनुमानजी को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हनुमान जी की एक मूर्ति के नाम पर आमने-सामने आ गए हैं. शिवराज ने कमलनाथ की हनुमान भक्ति पर सवाल उठाया तो वे भी प्रमाण लेकर सामने आ गए. पूरा मामला छिंदवाड़ा जिले के सिमरिया में 101 फीट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति की स्थापना से जुड़ा है.


दरअसल, एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जब पूछा गया कि छिंदवाड़ा की हनुमान मूर्ति का निर्माण कमलनाथ द्वारा कराया गया है तो जवाब में उन्होने कहा कि वो मूर्ति वहां कई वर्ष पहले से है. अब अगर कमलनाथ कह दें कि लाल किला और कुतुब मीनार भी मैंने बनाया तो मैं क्या कह सकता हूं? इतना ही नहीं शिवराज ने कमलनाथ की हनुमान भक्ति और सॉफ्ट हिंदुत्व पर तंज कसते हुए कहा कि इस बारे में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछना चाहिए.


कमलनाथ ने किया पलटवार
इसके बाद जवाब देने की बारी पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की थी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा,"महावीर बजरंगबली तो अनादि और अनंत हैं. वह कण-कण में व्याप्त हैं. हर व्यक्ति अपने सामर्थ्य के अनुसार उनकी सेवा करता है. सबको मालूम है कि वर्ष 2014 में मुझे सिमरिया में भारत की सबसे ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा बनाने का सौभाग्य मिला. इसमें श्रेय लेने जैसी कोई बात नहीं है लेकिन ऐसे आस्था के विषय में भी शिवराज सिंह चौहान झूठ फैलाएं तो उनका न्याय स्वयं हनुमान जी ही करेंगे."


मध्य प्रदेश कांग्रेस भी सिमरिया के हनुमानजी की मूर्ति के विवाद में कूद गई. उसकी ओर से ट्वीट करते हुए सिमरिया में 101 फीट ऊंची प्रतिमा के निर्माण से लेकर प्राण-प्रतिष्ठा तक का प्रमाण दिया गया.  


कर्नाटक चुनाव में बीजेपी ने बनाया था मुद्दा 
बता दें कि राजनीति में बजरंग बली की एंट्री कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान हुई थी. सबसे पहले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने बजरंग दल को बैन करने की बात कही. बीजेपी ने इस मुद्दे को लपकते हुए बजरंग बली के नाम पर कांग्रेस को टारगेट करना शुरू कर दिया. बीजेपी का पूरा इलेक्शन कैम्पेन बजरंग बली के अपमान की तरफ मुड़ गया. 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी के तमाम नेताओं ने इसे बजरंगबली का अपमान बताते हुए चुनावी मुद्दा बना दिया. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने तो मध्य प्रदेश में आक्रामक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. उस दौरान जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस दफ्तर में विरोध करते हुए जमकर तोड़फोड़ भी की थी.


सॉफ्ट हिंदुत्व की तरफ कांग्रेस
राजनीति जानकार कहते हैं कि कर्नाटक चुनाव में बीजेपी की हार के बाद कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में बजरंगी बली की भक्ति और सॉफ्ट हिंदुत्व पर खुलकर राजनीति शुरू कर दी है. कांग्रेस के सीएम इन वेटिंग कमलनाथ खुद को सबसे बड़ा हनुमान भक्त बताने लगे. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने गृह जिले में बागेश्वरधाम वाले बाबा धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा करवाई और अब सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा की तैयारी चल रही है. वहीं बीजेपी भी लगातार हिंदुत्व के मुद्दे पर कमलनाथ और कांग्रेस को टारगेट करने का कोई मौका नहीं चूकती है.


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