Vikas Dubey News: कुख्यात बदमाश विकास दुबे पर रखे गए 5 लाख के इनाम का आज भी उज्जैन पुलिस इंतजार कर रही है. पुलिस कर्मियों को अब इनाम की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है. दूसरी तरफ अधिकारी भी बार-बार रिमाइंडर भेज कर खामोश हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकार है. इसके बावजूद 700 किलोमीटर दूर इनाम पहुंचाने में 18 महीने से अधिक का वक्त गुजर गया है. कानपुर के बिकरू में पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की हत्या करने वाले गैंगेस्टर विकास दुबे पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने पांच लाख का इनाम रखा था.
उज्जैन पुलिस को कब मिलेगा विकास दुबे पर 5 लाख का इनाम?
उत्तर प्रदेश पुलिस के इनाम की असली हकदार उज्जैन पुलिस और कुछ आम लोग हैं. उन्होंने 9 जुलाई 2020 को महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के दौरान विकास दुबे को पहचान कर गिरफ्तार करवा दिया. विकास दुबे को पकड़ने वालों में उज्जैन के पुलिसकर्मी विजय राठौर भी शामिल हैं. उस समय विजय राठौड़ महाकाल मंदिर की पुलिस चौकी पर पदस्थ थे.
विजय राठौर से एबीपी न्यूज ने पांच लाख की राशि के बारे में पूछा तो दर्द छलक गया. उन्होंने बताया कि अभी तक एक रुपया भी इनाम का नहीं मिला है. इसके अलावा अब उम्मीद नहीं है कि इनाम कब मिलेगा? गौरतलब है कि विकास दुबे को उज्जैन पुलिस ने 9 जुलाई की सुबह गिरफ्तार कर देर रात उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया था.
अगले दिन 10 जुलाई को विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया गया. उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल के मुताबिक अभी तक उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से इनाम की राशि नहीं भेजी गई है. इनाम के हकदारों की रिपोर्ट बनाकर उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दी गई है. मामला दूसरे प्रदेश का है, इसलिए कार्रवाई उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस को ही करना है.
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उज्जैन के तत्कालीन एसपी मनोज कुमार सिंह ने विकास दुबे के ऑपरेशन का नेतृत्व किया था. वर्तमान में आईपीएस मनोज कुमार सिंह अलीराजपुर एसपी के रूप में पदस्थ हैं. उन्होंने एबीपी न्यूज को दौरान बताया कि विकास दुबे मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश का सबसे बड़ा अपराधी था. उसे पकड़ने में पुलिस जवानों के साथ-साथ महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मी और प्रसाद बेचने वाले व्यापारी की भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी. उत्तर प्रदेश में बिकरू कांड के बाद काफी राजनीति हुई थी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उज्जैन पुलिस का सबसे बड़ा ऑपरेशन था. ऑपरेशन में शामिल पुलिसकर्मियों और आम लोगों को इनाम दिया जाना चाहिए. इस संबंध में रिपोर्ट बनाकर भेजी गई थी और बताया गया था कि महाकाल थाने के पुलिस अधिकारियों से लेकर सभी का योगदान था. ऑपरेशन की सफलता पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उज्जैन पुलिस की पीठ थपथपाई थी.
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