MP News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में रहने वाले कुशाग्र शुक्ला पैदल ही भारत भ्रमण पर निकाले हैं. कुशाग्र का कहना है कि बचपन से ही उनकी भारत भ्रमण की इच्छा थी. वह 161 दिन की पैदल यात्रा कर उज्जैन पहुंचे. यहां वह 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करेंगे. कुशाग्र की यात्रा 3 साल में पूरी होने वाली है. इस दौरान वह चारों धाम के साथ-साथ 12 ज्योतिर्लिंग तक पहुंचेंगे. 


उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले कुशाग्र शुक्ला शनिवार को उज्जैन पहुंचे उन्होंने रविवार को भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया. कुशाग्र शुक्ला ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा का दौरान कहा कि वह 161 दिन पहले कानपुर से निकले थे. उन्होंने राम मंदिर, वृंदावन धाम, मथुरा आदि के दर्शन किए.


इसके बाद उज्जैन पहुंचकर धार्मिक नगरी उज्जैन से वह इंदौर होते हुए ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करेंगे. कुशाग्र का कहना है कि वह बचपन से ही चाहते थे कि पैदल ही भारत भ्रमण करें और पूरे देश में सनातन संस्कृति का प्रचार प्रचार करे. वह केसरिया झंडा लेकर अपने साथ भारत भ्रमण पर जब निकला तो उसे रास्ते में लोगों का काफी प्यार मिल रहा है. उन्होंने बताया कि वैसे तो यह यात्रा 500 दिन में पूरी होनी चाहिए मगर वह 3 साल में यात्रा को पूरी करेंगे.


40 किलोमीटर रोज पैदल चल रहा है कुशाग्र


कुशाग्र ने बताया कि वह प्रतिदिन 40 किलोमीटर चल रहे हैं. इस दौरान वह 30 किलो बोझा लेकर पैदल निकलते हैं. कुशाग्र ने बताया कि फिलहाल मौसम ठंडा है जिसकी वजह से उसे ज्यादा कठिनाई नहीं हो रही है. जब यात्रा शुरू की थी तो दो-तीन दिनों तक थोड़ी कठिनाई का सामना जरूर करना पड़ा था, मगर भगवान महाकाल का नाम लेकर यात्रा लगातार चलती जा रही है.


₹400 रोज होते हैं खर्च


नंगे पैर भारत भ्रमण की यात्रा पर निकले कुशाग ने बताया कि वह मंदिरों में रात गुजरते हैं और पैदल भ्रमण के लिए निकल जाते हैं. इस दौरान खान और अन्य कार्यों के लिए ₹400 प्रतिदिन का खर्च होती है. परिवार से उन्होंने कभी भी ₹1 की भी मांग नहीं की है. परिवार के सदस्य अपनी इच्छा के मुताबिक उसके खाते में पैसे डाल देते हैं.


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