भोपाल: मध्य प्रदेश के गांवों ने टैक्स जमा करने के मामलों में शहरों से तेज रफ्तार पकड़ी है. ई-वर्किंग के कारण अधिक मात्रा में हो रही वसूली की वजह से मध्य प्रदेश में इन दिनों शहरों की तुलना में गांव से टैक्स प्राप्त होने की रफ्तार 4 गुनी हो गई है. मध्य प्रदेश के हर गांव में अब स्मार्ट ऑनलाइन वर्किंग प्रक्रिया शुरू हो जाने के कारण टैक्स वसूली में तेजी आई है.


गांवों से जमा होते हैं कौन से टैक्स


प्रदेश की 21,936 ग्राम पंचायतें मध्य प्रदेश में ऑनलाइन काम कर रही हैं. इसकी वजह से संपत्ति कर, प्रकाश कर, स्वच्छता कर, जलकर अब ऑनलाइन जमा किए जा रहे हैं. इसके चलते कर वसूली में इजाफा हुआ है. प्रदेश के अंदर 2,61,9000 से ज्यादा कर ऑनलाइन ही जमा कराया गया है. यह प्रदेश में अब तक का रिकॉर्ड कलेक्शन है.


गांवों में जमा हुआ कितना कर


ऑनलाइन सुविधा होने के कारण अब गांव भी शहरों की तरह हाईटेक होते जा रहे हैं. जिसके कारण भूमिकर सहित विभिन्न करों को जमा करने के लिए अब अंचलों एवं कस्बों के ग्रामीणों को इधर-उधर भागना नहीं पड़ता. बल्कि सीधे ही ऑनलाइन कर जमा कर दिया जाता है, इस प्रणाली में सुधार के कारण लगभग 9 करोड ₹38 लाख से अधिक के टैक्स की वसूली संभव हो सकी है. यह अपने आप में मध्य प्रदेश के लिए गांव से होने वाले टैक्स जमा राशि का बड़ा हिस्सा है और एक नया कीर्तिमान भी. 


मोहन नाम के एक रोजगार सहायक ने बताया कि ग्राम मथनी में लोगों के सारे टैक्स मोबाइल से पंचायत के अंदर ही जमा किए जा रहा है, उनको न सीहोर जाना पड़ता है और न अपने गांव से बाहर.


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