भोपाल: मध्य प्रदेश में 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार उतारने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में राजनीतिक रस्साकशी शुरू हो गई है. जहां बीजेपी नेता राज्यसभा चुनाव के लिए दो महिलाओं एक ओबीसी और एक अनुसूचित जनजाति (एसटी) को नामित करने के लिए अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने एक कश्मीरी पंडित, विवेक तन्खा को मैदान में उतारा है.
कविता पाटीदार (ओबीसी) और सुमित्रा वाल्मीकि (एसटी) को नामांकित करके, बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए टोन सेट कर दिया है. इससे दोनों समुदायों को एक संदेश भेजा जा रहा है, जिनका वोट शेयर राज्य में काफी ज्यादा है. बीजेपी ने कविता पाटीदार को मैदान में उतारकर ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस के आरोपों का जवाब दिया है.
बीजेपी प्रवक्ता ने क्या कहा
बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, "बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए ओबीसी उम्मीदवार कविता पाटीदार को मैदान में उतारा है. कांग्रेस के साथ अंतर स्पष्ट है." वहीं मध्य प्रदेश बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पराशर ने एक ट्वीट में पूछा, "कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए अरुण यादव (ओबीसी) को मैदान में क्यों नहीं उतारा." पाटीदार इंदौर से पार्टी की प्रदेश इकाई के महासचिव हैं. वह मालवा संभाग की पहली महिला ओबीसी नेता भी हैं, जिन्हें ओबीसी कोटा विवाद के बाद उच्च सदन में भेजा गया है.
दूसरी उम्मीदवार सुमित्रा वाल्मीकि ने मंगलवार को जब अपना नामांकन दाखिल किया तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके साथ थे. चौहान ने कहा, "सुमित्रा (वाल्मीकि) ने कभी राज्यसभा जाने के बारे में नहीं सोचा था. यहां तक कि टिकट मांगना भी दूर की बात थी. लेकिन यह बीजेपी है."
कांग्रेस का बीजेपी पर आरोप
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस ने बीजेपी पर कश्मीरी पंडित मुद्दे पर पाखंड का आरोप लगाया. राज्यसभा में दूसरे कार्यकाल के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा को नामित करने के लिए बीजेपी के तंज पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस पदाधिकारी पीयूष बबेले ने कहा, "बीजेपी एक अद्भुत पार्टी है. दो महीने पहले, फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' की रिलीज के बाद यह कश्मीरी पंडितों का समर्थन करने के लिए अपनी छाती पीट रही थी. लेकिन जब कांग्रेस एक कश्मीरी पंडित (विवेक तन्खा) को राज्यसभा में दूसरे कार्यकाल के लिए नामित करती है, तो बीजेपी नेता विरोध कर रहे हैं."
मध्य प्रदेश से बीजेपी के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, एल मुरुगन, धर्मेंद्र प्रधान, एमजे अकबर, अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, सुमेर सिंह सोलंकी और संपति उइके हैं. राज्य से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा, दिग्विजय सिंह और राजमणि पटेल हैं.
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