MP News: मध्य प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे आप भी सोचेंगे कि भगवान किसी तरह से चमत्कार कर ही देते हैं. भोपाल से दाहोद जा रही पैसेंजर ट्रेन में एक प्रसूता ने बच्चे को जन्म दे दिया. महिला को उज्जैन रेलवे स्टेशन पर उतारकर हॉस्पिटल ले जाया गया है. बताया जा रहा है कि बच्चा और मां दोनों ही स्वस्थ हैं. 


ब्यावरा की रहने वाली सुनीता बाई और पति जगदीश डिलीवरी के लिए भोपाल-दाहोद पैसेंजर ट्रेन में सवार होकर बेरछा से उज्जैन जा रहे थे. महिला के साथ मंजू बाई नाम की एक महिला और ट्रेन में सवार थी. जब ट्रेन उज्जैन के लिए रवाना हुई, तो सुनीता को दर्द शुरू हो गया और फिर समय के साथ यह दर्द बढ़ता चला गया. रेलवे विभाग के कर्मचारियों ने इस बात की जानकारी उज्जैन रेलवे स्टेशन पर दी. इसके बाद स्टेशन मास्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अमले को सूचना दी और डॉ. उमेश राय अपनी टीम के साथ रेलवे स्टेशन पर पहंच गए.


जब ट्रेन उज्जैन पहुंची, तो पता चला कि महिला ने रेलगाड़ी में ही बच्चे को जन्म दे दिया है. इसके बाद उज्जैन रेलवे स्टेशन पर प्राथमिक इलाज देकर दोनों को चरक अस्पताल भिजवाया गया. डॉक्टर उमेश राय ने बताया कि प्रसूता और शिशु दोनों ही पूरी तरह स्वस्थ हैं. 



भोपाल में ऑटो के अंदर हो गई थी डिलीवरी
एमपी की राजधानी भोपाल में हाल ही में कार्टून में डिलीवरी का मामला सामने आया था. इस दौरान नवजात बच नहीं सका था. हालांकि, धार्मिक नगरी उज्जैन में राहत देने वाली बात यह है कि मां और बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं.


गरीबों का भगवान मालिक
नई नवेली मां मंजू बाई ने बताया कि सुनीता मध्यमवर्गीय परिवार से है. मंजू बाई के मुताबिक, डिलीवरा के लिए ही वह उज्जैन आ रहे थे. उन्हें इस बात का थोड़ा भी इल्म नहीं था कि रास्ते में ही प्रसव पीड़ा हो जाएगी. मंजू बाई ने कहा कि गरीबों का भगवान ही मालिक होता है. गरीब की रक्षा करने वाला ऊपर वाला है. ट्रेन में सवार महिला पैसेंजर ने भी सुनीता बाई की खूब मदद की. 


यह भी पढ़ें: MP News: रेप आरोपी को बनाया गया था गर्ल्स स्कूल का टीचर, प्रिंसिपल ने कहा- पहले से थी जानकारी, कोई और शिक्षक नहीं मिला!