Dhingra Family Foundation And Shivna Prakashan Event: ढींगरा फैमिली फाउंडेशन (Dhingra Family Foundation) और शिवना प्रकाशन (Shivna Prakashan) ने शहर के क्रिसेंट रिसॉर्ट के लीजो हॉल में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया. इसमें विभिन्न विधाओं के साहित्यकारों को सम्मानित किया गया. यह कार्यक्रम पहली बार सीहोर में आयोजित किया गया. ढींगरा फैमिली फाउंडेशन पहले यह आयोजन अमेरिका में करता था.
इस कार्यक्रम में भाग लेने आए अभिनेता (Actor) यशपाल शर्मा (Yashpal Sharma) ने कहा. ''कोरोना के बाद आयोजन शुरू हुए. कई आयोजनों का हिस्सा मैं भी बना. लेकिन इतना भव्य आयोजन कस्बाई शहर में होगा इसका अनुमान नहीं था. कई महानगरों के आयोजन को इस कस्बाई शहर के आयोजन ने पीछे छोड़ दिया.'' वह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे. इस कार्यक्रम में आईसेक्ट के कुलाधिपति संतोष चौबे और पर्यावरणविद अमृता राय शामिल हुईं. इसमें कोरोना काल में सराहनीय कार्य करने वाले डॉक्टर विजय सक्सेना को सम्मानित किया गया.
ये अतिथि पहुंचे कार्यक्रम में
इस आयोजन में ममता कालिया, पंकज सुबीर, रणेंद्र, उमेश पंत, गीता श्री, लक्ष्मी शर्मा, इरशाद खान, सिकंदर, प्रज्ञा, रश्मि भारद्वाज, गरिमा, संजय दुबे, ज्योति जैन और मोतीलाल आलमचंद्र ख्यात साहित्यकार शामिल हुए. वहीं, उषा किरण खान की ओर से सम्मान लेने एडीजीपी अनुराधा शंकर पहुंचीं और तेजेंद्र शर्मा की ओर से सम्मान लेने उनकी बेटी फिल्म अभिनेत्री आर्य शर्मा सीहोर पहुंचीं. इस दौरान शिवना प्रकाशन की 15 किताबों का विमोचन भी हुआ.
कार्यक्रम समन्वयक पंखुरी पुरोहित ने बताया कि ढींगरा फैमिली फाउंडेशन अमेरिका ने अपने प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कथा सम्मान और शिवना प्रकाशन ने अपने कथा-कविता सम्मान 2020 और 2021 पूर्व में घोषित कर दिए थे लेकिन कोरोना की गाइडलाइन के चलते सम्मान समारोह का आयोजन नहीं किया जा सका था. अब जब किसी भी तरह की गाइडलाइन नहीं है तो संस्था का समारोह आयोजित किया गया.
ढींगरा फैमिली फाउंडेशन ने इन्हें किया सम्मानित
ढींगरा फैमिली फाउंडेशन सम्मान चयन समिति के संयोजक पंकज सुबीर ने बताया कि 2020 के 'ढींगरा फैमिली फाउंडेशन लाइफ टाइम एचीवमेंट सम्मान' हिन्दी साहित्यकार इंग्लैंड में रहने वाले तेजेंद्र शर्मा को प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है. 'ढींगरा फैमिली फाउंडेशन अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान' उपन्यास विधा में वरिष्ठ साहित्यकार रणेंद्र को राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'गूंगी रुलाई का कोरस' के लिए और कथेतर विधा में उमेश पंत को सार्थक प्रकाशन से प्रकाशित उनके यात्रा संस्मरण 'दूर, दुर्गम, दुरुस्त' के लिए प्रदान किए जाएंगे.
वहीं, 2019 के सम्मान समारोह के तहत ढींगरा फैमिली फाउंडेशन लाइफ टाइम एचीवमेंट सम्मान हिन्दी की वरिष्ठ साहित्यकार ममता कालिया को प्रदान किया गया. उपन्यास विधा में वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री उषाकिरण खान को वाणी प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'अगनहिंडोला' के लिए और कहानी विधा में प्रवासी कहानीकार अनिलप्रभा कुमार को भावना प्रकाशन से प्रकाशित उनके कहानी संग्रह 'कतार से कटा घर' के तहत प्रदान किया गया.
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शिवना प्रकाशन ने इन्हें दिया सम्मान
शिवना प्रकाशन के सम्मानों के बारे में जानकारी देते हुए कार्यक्रम समन्वयक आकाश माथुर ने बताया कि 2021 के तहत अंतर्राष्ट्रीय शिवना कथा सम्मान हिन्दी की चर्चित लेखिका लक्ष्मी शर्मा को शिवना प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास स्वर्ग का अंतिम उतार के लिए और 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कविता सम्मान' महत्त्वपूर्ण शायर इरशाद खान सिकंदर को राजपाल एण्ड संस से प्रकाशित उनके गजल संग्रह 'आँसुओं का तर्जुमा' के लिए प्रदान किया गया. 'शिवना अंतर्राष्ट्रीय कृति सम्मान' शिवना प्रकाशन से प्रकाशित पुस्तक 'सांची दानं' के लिए मोतीलाल आलमचन्द्र को प्रदान किया गया.
वर्ष 2020 के तहत 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कथा सम्मान' हिन्दी की चर्चित लेखिका प्रज्ञा को लोकभारती प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'धर्मपुर लॉज' के लिए और 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कविता सम्मान' महत्त्वपूर्ण कवयित्री रश्मि भारद्वाज को सेतु प्रकाशन से प्रकाशित उनके कविता संग्रह 'मैंने अपनी मां को जन्म दिया है' के लिए प्रदान किया गया. 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कृति सम्मान' शिवना प्रकाशन से प्रकाशित कहानी संग्रह 'दो ध्रुवों के बीच की आस' के लिए कथाकार गरिमा संजय दुबे को प्रदान किया गया.
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