300 Accidents in Month in Jabalpur: जबलपुर जिले में हर महीने तीन हजार टू व्हीलर बढ़ जाते हैं और लगभग साढ़े तीन सौ दुर्घटनाएं होती हैं. जिले में ऐसे 16 ब्लाक स्पॉट है,जहां ज्यादा दुर्घटनाएं होती है. ग्रामीण क्षेत्रों में दुर्घटनाएं तो वैसे कम होती हैं किन्तु मृतकों की संख्या वहां ज्यादा है, क्योंकि घायलों को तुरंत मेडिकल फैसिलिटी नहीं मिल पाती.


इसके साथ ही शहर के चौराहे व टी जंक्शन,पेट्रोल पंपों में सर्विस लेन प्रॉपर नहीं होने से,वाहन कहीं भी खड़े करने से,अतिक्रमण से, डिवाइडर तोड़ने आदि से ज्यादातर दुर्घटनाएँ होती हैं.ये फैक्ट जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बताये गए.


शहर के 31 स्थानों पर होती हैं दुर्घटनाएं
बैठक में यह भी बताया गया कि ऐसे 31 स्थान व 16 ब्लैक स्पॉट हैं, जहाँ दुर्घटनाएँ होती हैं. बैठक में प्रस्तावित एजेंडे पर चर्चा के दौरान व्यस्ततम क्षेत्रों में पार्किंग स्थल से अतिक्रमण हटाने, ब्लैक स्पॉट में आधारभूत काम करने, रात्रि 10 बजे तक एंट्री प्वॉइंट बढ़ाने, सिटी बस व मेट्रो के लिए मार्किंग, पार्किंग के लिए जगह व यातायात जागरुकता आदि के संबंध में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के बीच चर्चा की गई.


बैठक की अध्यक्षता सांसद राकेश सिंह ने की. इस दौरान विधायक अजय विश्नोई, इंदु तिवारी, अशोक रोहाणी, नंदनी मरावी, तरुण भनोत, लखन घनघोरिया, विनय सक्सेना और संजय यादव सहित कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ, जिला पंचायत की सीईओ डॉ. सलोनी सिडाना, अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा, विमलेश सिंह व एएसपी संजय अग्रवाल आदि उपस्थित थे.


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