MP Local Body Election 2022: मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में शराबबंदी का मामला गर्मा गया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने धार्मिक नगरी उज्जैन में लोगों ने शराबबंदी का मुद्दा उठाया. कांग्रेस लोगों को भरोसा दिला रही है कि इस मामले में कानूनी लड़ाई भी लड़ना पड़ी तो लड़ी जाएगी. बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी के मुद्दे पर पहले से ही काफी उग्र हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी शराबबंदी वाले गांवों को दो-दो लाख की मदद करने का बड़ा ऐलान कर दिया है.
कांग्रेस की बैठक में लोगों ने उठाया शराबबंदी का मुद्दा
शराबबंदी का मुद्दा केवल भारतीय जनता पार्टी में ही नहीं गूंज रहा बल्कि कांग्रेस के बीच भी छाया हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा मंगलवार को कांग्रेस का प्रचार करने के लिए उज्जैन पहुंचे. प्रबुद्ध जनों के बीच बातचीत में शराबबंदी का मुद्दा उठ गया. कांग्रेस नेताओं ने भरोसा दिलाया कि जनता की भावना के अनुरूप काम किया जाएगा. राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने दो कदम आगे बढ़कर मास्टर प्लान और जनहित के मुद्दों पर जनता का साथ देने की वकालत की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सुनवाई नहीं करने पर अदालत की शरण ली जाएगी. उन्होंने कहा कि जनहित के मुद्दों पर कानूनी लड़ाई भी लड़ी जाएगी.
उज्जैन में कांग्रेस के पास 10 साल की योजना-कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उज्जैन के शहीद पार्क में आम सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि कोरोना को जरूर याद रखना. जब वोट डालने जाओ तो कोरोना की लापरवाही को जरूर ध्यान रखना. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के पास कोई योजना नहीं है. कांग्रेस उज्जैन में आने वाले 10 साल बाद की योजना पर काम करना चाहती है.