Nursing Exam in Madhya Pradesh: नर्सिंग घोटाले के बाद अब नर्सिंग के छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है. बीते चार सालों से रुकी हुई नर्सिंग के छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं अगस्त महीने में होने जा रही है. हाईकोर्ट से छूट मिलने के बाद उप मुख्यमंत्री डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल ने नर्सिंग परीक्षाओं के कैलेंडर की समीक्षा करते हुए परीक्षाएं जल्द कराकर परिणाम घोषित करने के निर्देश दिए हैं. 


परीक्षा के आयोजन से बीएसी नर्सिंग, एमएससी, पीबीबीएससी वर्ष 2019-20 के लगभग 20 हजार छात्र, वर्ष 2020-21के 30 हजार छात्र, वर्ष 2021-22 के 10 हजार छात्र और 2022-23 के 10 हजार छात्र लाभांवित होंगे. जीएनएम, एएनएम कोर्स के वर्ष 2020-21 और 2021-22 के 25 हजार से अधिक छात्रों की मुख्य परीक्षाएं भी अक्टूबर माह तक करा ली जाएंगी, सप्लीमेंटरी परीक्षाओं का आयोजन जुलाई माह के अंत तक कराया जाएगा. 


वरिष्ठ अधिकारी थे मौजूद
नर्सिंग परीक्षाओं के संबंध में आयोजित बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मो. सुलेमान, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा तरुण पिथोड़े सहित एमपी नर्सिंग काउंसिल के प्रशासक, मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के कुलगुरु, रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.


कोर्ट से मिली छूट
मालूम हो कि नर्सिंग कॉलेज की परीक्षाओं पर हाईकोर्ट से रोक लगी थी. हाईकोर्ट के स्टे आर्ड से छूट मिलने के बाद अब उप-मुख्यमंत्री डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल के निर्देशों के बाद तैयारियां तेज कर दी है. नर्सिंग के विभिन्न कोर्स की परीक्षाओं का कैलेंडर तैयार किया गया है. कैलेंडर अनुसार सभी परीक्षाओं का संचालन अगस्त माह के अंत तक पूरा करा लिया जाएगा.


विभाग ने जल्द रिजल्ट जारी करने का दिया निर्देश 
मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने नर्सिंग की जल्द से जल्द परीक्षा कराकर रिजल्ट जारी करने का निर्देश दिया है. जिसको लेकर विभाग ने कैलेंडर भी तैयार कर लिया है. जिसके तहत बीएससी नर्सिंग, एमएससी, पीबीबीएससी और जीएनएम कोर्स की परीक्षाएं कराई जाएंगी. इन परीक्षाओं में करीब एक लाख से अधिक छात्र बैठेंगे.


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