Ujjain News: उज्जैन में 'विक्रम व्यापार मेला' को लेकर अधिकारियों ने की बैठक, व्यापारियों के लिए गाइडलाइन तय
Vikram Vyapar Mela: उज्जैन में लगने वाले 'विक्रम व्यापार मेले' को लेकर गाइडलाइन बना दी गई है. इस गाइडलाइन का पालन नहीं करने वाले व्यापारियों को अगले साल लगने वाले मेले में जगह नहीं दी जाएगी.
Madhya Pradesh News: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Mohan Yadav) के निर्देश पर उज्जैन (Ujjain) में एक महीने से अधिक समय के लिए 'विक्रम उत्सव' और 'विक्रम व्यापार मेला' शुरू होने जा रहा है. इसे लेकर अधिकारियों ने गाइडलाइन भी बना दी है. इस गाइडलाइन और नियमों का पालन करने वाले व्यापारियों को व्यापार मेले में हिस्सेदारी का अवसर मिलेगा. यह व्यापार मेला 1 मार्च 2024 से शुरू होकर 9 अप्रैल तक चलेगा.
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि 'विक्रम उत्सव' और 'विक्रम व्यापार मेले' को लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है. उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह व्यापार मेले में हिस्सा लेने वाली कंपनियों की लिस्ट बनाएं. संभाग आयुक्त डॉक्टर संजय गोयल के मुताबिक विक्रम व्यापार मेले को लेकर गाइडलाइन बनाई गई है. इसमें छोटी दुकान लगाने वाले व्यापारियों को 30 हजार रुपये किराया देना होगा, जबकि बड़ी दुकान और ऑटोमोबाइल्स से जुड़े व्यापारियों को अपनी दुकान लगाने के लिए 40 हजार रुपये किराया देना होगा.
सुरक्षा और पार्किंग के विशेष इंतजाम
वहीं जिन व्यापारियों ने मेले में शामिल होने की सहमति ली होगी और वह सम्मिलित नहीं होते हैं, तो उन्हें अगले साल किसी भी कीमत पर व्यापार मेले में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी. पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा के मुताबिक विक्रम उत्सव और विक्रम व्यापार मेले को लेकर सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए जाएंगे. पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगेगा.इसके अलावा फायर सेफ्टी सिस्टम भी लगाया जाएगा, ताकि आपातकालीन स्थिति में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े. पुलिस कप्तान के मुताबिक व्यापार मेले को लेकर अतिरिक्त बल भी तैनात किया जाएगा.
124 से ज्यादा कंपनियों ने दी सहमति
व्यापार मेले से जहां अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी वहीं ग्राहकों को प्रतिस्पर्धा के बीच सस्ती दरों पर सामान उपलब्ध होगा. विक्रम व्यापार मेले को ग्वालियर मेले की तर्ज पर लगाया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक इस व्यापार मेले में अभी तक 124 कंपनियों की सहमति मिल चुकी है, जबकि अभी भी व्यापारियों द्वारा लगातार इंक्वारी की जा रही है. व्यापार मेले से रोजगार के नए अवसर भी सामने आएंगे.