Madhya Pradesh Budget: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार तीन जुलाई को ही क्यों बजट पेश करना चाह रही है? इसे लेकर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि नर्सिंग घोटाले की आवाज को दबाने के लिए सरकार तीन जुलाई को ही बजट पेश करने जा रही है.  उमंग सिंघार ने कहा कि 2 या 4 जुलाई को इसलिए नहीं बजट पेश होगा, क्योंकि 3 जुलाई सरकार के लिए बहुत महत्वपूर्ण तारीख है. 


उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पिछले कुछ महीनों में नर्सिंग घोटाले के मामले सामने आए थे, उसमें सरकार की भूमिका पर प्रश्न चिन्ह लग गया है. सरकार नर्सिंग घोटाले को दबाने के लिए 3 जुलाई को बजट पेश करने जा रही है. उन्होंने कहा कि 3 जुलाई को मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग को विधायकों के सवालों के जवाब देने थे. कांग्रेस के विधायकों ने नर्सिंग घोटाले को लेकर विधानसभा में प्रश्न लगाए थे. 


उमंग सिंघार ने लगाया ये आरोप
प्रश्न काल के दौरान 3 जुलाई को चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से विधायकों के सवाल के जवाब आने थे. अब सरकार 3 जुलाई को बजट पेश कर उन विधायकों के सवालों को खत्म करना चाहती है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो विधानसभा और लोकसभा को चलने नहीं देती है. कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है.


मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र काफी लंबा होने वाला है. कांग्रेस के नेता चाहे तो अपने सभी प्रश्नों के जवाब ले सकते हैं.उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को मध्य प्रदेश के बजट के प्रति गंभीर रहना चाहिए. वहीं राज्य में अगला विधानसभा और आम चुनाव चार से पांच साल बाद होगा। सरकार इस समय को कुछ कठोर वित्तीय फैसले लेने के लिए आदर्श मान रही है. वित्त विभाग ने गुरुवार को बजट अनुमानों के बारे में सभी विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं.



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