Water Crisis: गर्मी की दस्तक के साथ मध्य प्रदेश के बड़े हिस्से में जल संकट गहराने लगता है. इसकी वजह जल संरचनाओं का मैदान में बदलना है. आजादी के अमृत महोत्सव पर राज्य में लगभग साढे पांच हजार अमृत सरोवर बनाए जाने वाले हैं. अमृत सरोवर बन जाता है और जल का संग्रहण हो जाता है तो आने वाले वर्षों में जल संकट से मुक्ति की संभावना बढ़ जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर हर जिले में 75 नए सरोवर बनाने का आह्वान किया था.
पीएम मोदी की अपील को मूर्त रूप देने की कोशिश
प्रधानमंत्री के आह्वान को मध्यप्रदेश में मूर्त रूप दिए जाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं और लगभग साढे पांच हजार अमृत सरोवर बनाए जाने का लक्ष्य तय किया गया है. राज्य के कुल 52 जिलों में साढे पांच हजार अमृत सरोवर बनाए जाने हैं. इस तरह हर जिले में अमृत सरोवरों की प्रस्तावित संख्या औसत 100 से ज्यादा है. लगभग साढे तीन हजार सरोवर का जून तक निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है.
जल संकट से मुक्ति के लिए अमृत सरोवर का निर्माण
जल संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का मानना है कि अगर वाकई में तालाबों का निर्माण हो गया और जल संग्रहण क्षमता लक्ष्य के मुताबिक रही, तो राज्य के बड़े हिस्से को जल संकट से निजात दिलाया जा सकता है. पुराने अनुभवों के आधार पर भी कहा जा रहा है कि बीते दो दशकों में जल संरक्षण के कई अभियान चले. नदियों को पुनर्जीवित करने की मुहिम तेज हुई मगर हालात नहीं सुधरे, क्योंकि सरकार से मिले बजट की बंदरबांट में लोगों ने ज्यादा रुचि दिखाई है.