Madhya Pradesh News: एमपी में इन दिनों धान की सरकारी खरीदी हो रही है. जानकारी के अनुसार धान खरीदी केंद्रों पर गड़बड़ियां मिल रही है. सागर जिले में एक धान खरीदी केंद्र पर जब प्रशासन का छापा पड़ा, तो 30 हजार किवंटल घटिया धान मिला, इनमे भूसा भरा हुआ था. इसके अलावा तीन खरीदी केंद्रों पर अमानक धान मिलने पर इन समूहों के खरीदी केंद्र बन्द किए गए और ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है. 


सागर में हजारों क्विंटल धान के नाम पर भूसा खरीदने का घोटाला उजागर हुआ है. जिले के केसली तहसील में दिगंबर स्वसहायता खरीद केंद्र पर धान के नाम पर हजारों बोरियों में भूसा भर दिया गया. मंडी, सहकारिता और खाद्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से इस भूसे को किसान से खरीदी गई. इसे धान बता कर भुगतान लेने की तैयारी थी, तभी इस घोटाले का खुलासा हुआ. प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचकर केंद्र को सील कर जांच कर जा रही है.


38 हजार बोरियों में मिला भूसा


इस खुलासे के बाद हड़कंप मच गया. तहसीलदार और खाद्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और खरीद केंद्र को सील कर जांच कार्रवाई शुरू की. इस बीच खरीद केंद्र संचालक सहित कर्मचारी मौके से भाग निकले. पूरे मंडी परिसर में रखी लगभग 38 हजार बोरियो में धान की जगह भूसा भर दिया गया था. तहसीलदार के साथ खाद्य अधिकारी पलक खरे मौके पर पहुंची और पूरे जगह का मुआयना किया.


खाद्य अधिकारी पलक खरे ने बताया कि लगभग 38 हजार बोरियो में धान की जगह भूसा भरा हुआ है. उन्होंने कहा कि परिसर को सील कर जांच की जा रही है, फिर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. दूसरी तरफ स्थानीय कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री हर्ष यादव ने इस घोटाले के सामने आने के बाद कहा कि मामला बेहद संवेदनशील है. उन्होंने कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.


तीन खरीदी केंद्रों पर कार्रवाई


कलेक्टर दीपक आर्य ने सागर जिले के तीन खरीदी केंद्रों पर अमानक धान और अन्य गड़बड़िया मिलने पर इनको बंद कर ब्लैक लिस्टेड करने के निर्देश दिए. सागर जिले के  बरखेड़ा स्थित हरे राम स्व-सहायता समूह के धान खरीदी केंद्र की जांच की गई थी. जांच में धान उपार्जन केंद्र पर खरीदी मात्रा से 1644.40 क्विंटल धान अधिक पाई गई.


इसके साथ ही अमानक धान की खरीदी, सिली और टैग लगी बोरियों में तय माप के मुताबिक वजन नहीं मिला. बारदाने की गिनती का मिलान सही नहीं पाया गया. इसी तरह रेंवझा स्थित निधि स्व- सहायता समूह के धान खरीदी केंद्र की भी जांच की गई. यहां जांच के दौरान 390 क्विंटल धान कम पाई गई. इन दोनों केंद्रों को बंद करते हुए ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया.


ब्लैक लिस्टेड किया गया


इसी तरह प्राथमिक साख सहकारी समिति देवरीकला उपार्जन केंद्र द्वारा संचालित धान उपार्जन केन्द्र की 7 जनवरी को जांच की गई. जांच में धान उपार्जन केन्द्र पर खरीदी मात्रा से कम धान पाई गई. किसान के भौतिक रूप से लाये बिना धान की पोर्टल पर प्रविष्टि किया जाना, अमानक स्तर की धान की खरीदी किया जाना अनियमितताएं पाई गई.


इसके अलावा केन्द्र पर रखी धान में सिलाई और टैग नहीं लगा मिला, शासन द्वारा निर्धारित माप के अनुसार वजन नहीं पाया गया. बारदाने की गणना का मिलान सही नहीं पाया गया आदि कई अनियमितताएं पाई गई. अनियमितताओं के कारण इस केन्द्र को तत्काल बंद किया गया. साथ ही उसे भविष्य में उपार्जन कार्य से ब्लैक लिस्टेड किया कर दिया गया. 


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